ब्याज सहित गन्ना भुगतान नहीं तो खाईखेड़ी मिल पर आंदोलन करेगी भाकियू
कृषि कानूनों की वापसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का छपार टोल प्लाजा पर धरना 16वें दिन भी जारी रहा। छपार टोल प्लाजा पर गुरुवार को भी भाकियू कार्यकर्ता डटे रहे। पदाधिकारियों ने कहा कि मिल ब्याज सहित गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करती तो शीघ्र ही खाईखेड़ी मिल पर आंदोलन किया जायेगा। सिंभालकी गांव में चकबंदी कानूनगो व लेखपाल पर किसानों से अवैध वसूली का आरोप लगाया।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों की वापसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का छपार टोल प्लाजा पर धरना 16वें दिन भी जारी रहा। छपार टोल प्लाजा पर गुरुवार को भी भाकियू कार्यकर्ता डटे रहे। पदाधिकारियों ने कहा कि मिल ब्याज सहित गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करती तो शीघ्र ही खाईखेड़ी मिल पर आंदोलन किया जायेगा। सिंभालकी गांव में चकबंदी कानूनगो व लेखपाल पर किसानों से अवैध वसूली का आरोप लगाया।
दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग-58 स्थित छपार टोल प्लाजा पर भाकियू का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरनास्थल पर ही भट्ठी चढ़ाकर भोजन तैयार किया जा रहा है। भाकियू के पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने कहा कि भाजपा सरकार में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बेलगाम हैं, भ्रष्टाचार चरम पर है। कोई कार्य बिना रिश्वत के नहीं हो रहा है। किसानों का उत्पीड़न हो रहा है। कृषि कानूनों के विरोध में सात माह से देशभर का किसान आंदोलित है। 400 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। सरकार किसानों की कोई सुनवाई नहीं कर रही है। विद्युत विभाग भी किसानों का उत्पीड़न कर रहा है। अनाप-शनाप बिजली बिल आ रहे हैं। भीषण गर्मी में विद्युत कटौती की जा रही है। रजवाहों में पानी नहीं है। गन्ना का बकाया भुगतान न होने से किसान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। उत्तम शुगर मिल खाईखेड़ी टुकड़ों में भुगतान कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर खाईखेड़ी मिल ने ब्याज सहित भुगतान नहीं किया तो मिल पर अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। सिंभालकी निवासी किसान शीशपाल गुर्जर, मास्टर बोबिद्र व कालूराम का आरोप है कि चकबंदी कानूनगो व लेखपाल अवैध वसूली में लगे हैं। अध्यक्षता ईशाक अहमद ने की व संचालन मास्टर ओमपाल ने किया। शहजाद त्यागी, अमित त्यागी, कयूम अंसारी, प्रशांत त्यागी, ललित त्यागी, राजा गुर्जर, मुकीम खुड्डा, मंगता हसन, राशिद त्यागी, इकबाल प्रधान, उस्मान त्यागी व मुशर्रफ त्यागी आदि मौजूद रहे।