हेलीकॉप्टर की पंखुड़ी पेड़ से टकराई, हादसा टला
सतगुरु समनदास जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा एवं सत्संग के समापन पर गुरुवार सुबह मंदिरों और श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा करते समय हेलीकॉप्टर की पंखड़ी पेड़
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में संत शिरोमणि सतगुरु समनदास जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा एवं सत्संग के समापन पर गुरुवार सुबह मंदिरों और श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा करते समय हेलीकॉप्टर की पंखुड़ी पेड़ से टकराने पर उसका संतुलन बिगड़ गया। पायलट ने तत्काल इमरजेंसी लैंडिग की, जिसके चलते बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। हेलीकॉप्टर में पायलट, इंजीनियर के अलावा सीओ और आश्रम के सेवक समेत चार लोग सवार थे। साढ़े तीन घंटे बाद दिल्ली से अनुमति मिलने के बाद हेलीकॉप्टर ने भिवानी के लिए उड़ान भरी।
तीर्थनगरी शुकतीर्थ में अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन आश्रम के संस्थापक सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज के ब्रह्मलीन होने के 54वें दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में देश के विभिन्न प्रांतों से आए अनुयायियों ने सतगुरु की समाधि पर माथा टेका और पूजा-अर्चना की। इस दौरान तीर्थनगरी में उनके अनुयाइयों का रेला उमड़ा हुआ था। गुरुवार सुबह करीब 8:30 बजे आश्रम के प्रबंधक एवं महात्मा गोरधनदास जी महाराज पुष्प लेकर हेलीकॉप्टर में सवार हुए और तीर्थनगरी के मंदिरों व श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की। दूसरे राउंड में बाबा के दो शिष्यों ने हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प बिखेरे। तीसरे राउंड में करीब नौ बजे पायलट कर्ण नीगर, इंजीनियर राजेश रंजन के साथ सीओ भोपा राममोहन शर्मा एवं आश्रम सेवक संदीप दास हेलीकॉप्टर में सवार हुए। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही अचानक हेलीकॉप्टर की पंखुड़ी यूकेलिप्टिस के पेड़ से टकरा गई और हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ गया। लैडिंग के बाद इंजीनियर राजेश रंजन ने हेलीकॉप्टर का बारीकी से निरीक्षण किया। तीर्थनगरी में हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा का समय सुबह आठ से नौ बजे निर्धारित था, समय पूरा होने पर पायलट ने दिल्ली से अनुमति मांगी। साढ़े तीन घंटे बाद दोपहर 12:35 बजे हेलीकॉप्टर ने हरियाणा के भिवानी शहर के लिए उड़ान भरी। प्रभारी निरीक्षक एमएस गिल ने मामले की पुष्टि की।