UP: मुजफ्फरनगर में फर्जी बिलों से 29 करोड़ की GST चोरी, सर्वोत्तम स्टील फैक्ट्री के निदेशक गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर में सर्वोत्तम स्टील फैक्ट्री के निदेशक संजय जैन 29 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। डीजीजीआइ की जांच में फर्जी बिलों का खुलासा हुआ जो उनके सहयोगी आशुतोष कुमार ने बनाए थे। इन बिलों के जरिए विभिन्न जनपदों में माल सप्लाई किया गया। राज्य वस्तु एवं सेवाकर विभाग ने 14 बोगस फर्में भी पकड़ी हैं जिन्होंने करोड़ों की जीएसटी चोरी की।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। जनपद में फर्जी बिल एवं बोगस कंपनियों की जड़ गहरी निकल रही है। शहर के बड़े उद्यमी में शुमार सर्वाेत्तम स्टील फैक्ट्री के निदेशक संजय जैन को माल एवं सेवाकर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआइ) ने बड़ा खेल पकड़ा है।
उद्यमी ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर फर्जी बिल बनाए थे, जिनके माध्यम से लगभग 29 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई।
मेरठ रोड स्थित सर्वोत्तम स्टील फैक्ट्री में सरिया इत्यादि निर्माण होता है। इस फैक्ट्री में जीएसटी की गड़बड़ी को लेकर जीएसटी विभाग की डीजीजीआइ यूनिट ने निदेशक संजय जैन को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके अलावा उसके सहयोगी भरतीया कालोनी निवासी आशुतोष कुमार के आवास पर भी छापेमारी की गई।
जहां से टीम ने मोबाइल, लैपटाप और पेन ड्राइव मिले हैं। जिनकी छानबीन की गई तो खेल निकला है। डीजीजीअाइ को पूछताछ में आशुतोष ने सर्वाेत्तम फैक्ट्री के लिए फर्जी बिल बनाना बताया, जिनके माध्यम विभिन्न जनपदों में माल सप्लाई किए गए। जिन उद्यमियों को माल पहुंचाया गया, उनकी भी जांच की गई। वहां भी ई-वेबिल के साथ सप्लाई के बिल गलत मिले हैं।
इनके आधार पर डीजीजीआइ ने जुलाई-2022 से जनवरी- 2024 तक 29 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी मानी है। इसके आधार पर डीजीजीआइ ने मेरठ में जांच के बाद उद्यमी एवं फैक्ट्री के निदेशक संजय जैन के विरुद्ध कार्रवाई की है।
जीएसटी चोरी के मामले में विशेष सीजीएम के न्यायालय ने उद्यमी को जेल भेजा है। बताया कि पांच दिसंबर-2024 को भी डीजीजीआइ यूनिट देहरादून ने राना स्टील फैक्टी के अलावा सर्वाेत्तम राेलिंग मिल में भी जांच की थी।
जांच में निकल चुकी 14 बोगस कंपनियां
मुजफ्फरनगर: राज्य वस्तु एवं सेवाकर विभाग की जांच में पिछले तीन माह में 14 बोगस फर्म निकल चुकी है। इनमें चार बोगस कंपनियों, उनके स्वामी एवं संचालनकर्ताओं के विरुद्ध मीरापुर, नई मंडी और खालापार थाने में जीएसटी चोरी का अभियोग दर्ज कराए गए हैं।
लगभग आठ से दस करोड़ रुपये की चारों बाेगस कंपनियों ने जीएसटी चोरी कर रखी है। एसआइबी यूनिट के संयुक्त आयुक्त सिद्धेश चंद्र दीक्षित ने बताया कि वर्तमान में जीएसटी को लेकर जनपद में पंजीकृत राज्य एवं केंद्रीय पोर्टल से सभी फर्म की रेकी, जांच की जा रही है।

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