आदर्श बाल गृह से बालिका फरार, सुरक्षा पर सवाल
आदर्श बाल गृह से मंगलवार रात एक बालिका फरार हो गई। इससे जिला प्रोबेशन विभाग में हडकंप मचा हुआ है। नई मंडी कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी देर शाम तक बालिका का सुराग नहीं लगा।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। आदर्श बाल गृह से मंगलवार रात एक बालिका फरार हो गई। इससे जिला प्रोबेशन विभाग में हडकंप मचा हुआ है। नई मंडी कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी देर शाम तक बालिका का सुराग नहीं लगा।
जिला प्रोबेशन विभाग के अंतर्गत आदर्श बाल गृह में करीब पांच दिन पूर्व बिजनौर की बाल कल्याण समिति (सीडब्लूसी) ने बिहार की फरहाना नामक बालिका भेजी थी। मंगलवार रात वह बाल गृह से भाग गई। बुधवार सुबह इंचार्ज रेणू सिंह के पहुंचने पर इसका पता चला। उन्होंने जिला प्रोबेशन विभाग के अफसर को जानकारी दी। मुकदमा दर्ज कराने के बाद जिला प्रोबेशन विभाग से कोआर्डिनेटर नीना त्यागी को जांच के लिए भेजा गया। नीना त्यागी ने बताया कि बालिका सीढि़यों के रास्ते भागी है। वह मानसिक बीमारी से भी ग्रस्त थी और नशा करती थी। इस कारण उसका बिहार का पूरा पता भी नहीं मिला सका। सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने बताया के मामले की जांच की जा रही है।
बालिकाओं की सुरक्षा में बड़ी चूक गांधी कालोनी की गली नंबर आठ में आदर्श बाल गृह किराए के मकान में चल रहा है। जिस भवन में बाल गृह है। उसी में ऊपर की मंजिल पर मकान मालिक रहते हैं। कागजों में बाल गृह में रसोइया से लेकर चौकीदार आदि कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन वास्तव में वहां रात में चौकीदार भी नहीं मिलता। सूत्र बताते हैं कि इंचार्ज रेणू सिंह ही बच्चों की सभी जिम्मेदारी संभालती है।
लगातार हो रही विभाग की फजीहत
जिला प्रोबेशन विभाग की लापरवाही के कई मामले सितंबर माह में सामने आ चुके हैं। पहले वन स्टाप सेंटर की इंचार्ज द्वारा रेस्क्यू की गई युवती की प्रेमी से शादी कराने का मामला सामने आया था। इसके बाद इंचार्ज का चोरी का वीडियो देख अन्य कर्मचारियों ने अपना सामान गायब होने की जानकारी दी थी। अब बालिका के फरार होने से विभाग की बड़ी चूक से पर्दा उठा है। इसके अलावा लिफाफा प्रकरण से भी विभाग चर्चाओं में है।