खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। पानी बढ़ने से प्रशासन के साथ खादर के गांवों में अलर्ट जारी किया हैं। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को भी सतर्क किया गया। वहीं मौसम विभाग पहाड़ों के साथ मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान जता रहा है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। पानी बढ़ने से प्रशासन के साथ खादर के गांवों में अलर्ट जारी किया हैं। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को भी सतर्क किया गया। वहीं, मौसम विभाग पहाड़ों के साथ मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान जता रहा है। ऐसे में गंगा में और अधिक मात्रा में जलस्तर बढ़ने की संभावना है।
बैराज पर गंगा का जलस्तर पांच दिन लगातार घटने के बाद छठे दिन अचानक से बढ़ गया और खतरे के निशान के ऊपर 219.20 मीटर तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि शिवालिक पहाड़ियों पर हुई वर्षा के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। मंगलवार को हरिद्वार से एक लाख क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया। जिससे मध्य गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिदु को पार कर गया।
गंगा बैराज के कंट्रोल रूम पर तैनात सिचाई विभाग के अधिकारियों ने शाम को अपस्ट्रीम में गंगा का जलस्तर 221.50 मीटर, डाउनस्ट्रीम में 219.20 मीटर और नदी में 49706 क्यूसेक जल होने की माप दर्ज की। इसके अतिरिक्त बैराज से 7200 क्यूसेक जल मध्य गंगा नहर में छोड़ा जा रहा है। वहीं, सिचाई विभाग और प्रशासनिक अधिकारी बढ़ते जलस्तर पर नजर जमाए हुए हैं। गंगा बैराज पर तैनात जेई पियूष कुमार ने बताया कि पहाड़ों पर हुई वर्षा से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। मध्य गंगा बैराज पर जलस्तर की घटत बढ़त होती रहती है।