कूड़ा निस्तारण की प्ला¨नग नहीं होने से बिगड़े हालात
मुजफ्फरनगर : नगर पालिका में कूड़ा निस्तारण की ठोस प्ला¨नग की कमी है। इसके चलते सफाई से
मुजफ्फरनगर : नगर पालिका में कूड़ा निस्तारण की ठोस प्ला¨नग की कमी है। इसके चलते सफाई से लेकर कूड़ा उठाना तक चुनौती बना हुआ है। कर्मचारी प्लांट पर दोष मढ़ रहे हैं, जबकि प्लांट के अधिकारी सहयोग नहीं मिलने का रोना रो रहे हैं। गंदगी की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। कर्मचारी व प्लांट के अधिकारियों की रार का नतीजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
नगर क्षेत्र में शिफ्टवार सफाई कर्मचारी, नायक कार्य करते हैं। इसके साथ ही एटूजेड प्लांट के कर्मियों को समयवार ड्यूटी देते हैं। गली-मोहल्लों से कूड़ा निरंतर उठाया जाए। इसके लिए पालिका ने 100 रेहड़े खरीद कर कर्मचारियों को दिए हैं। आबादी अधिक होने के कारण कूड़े का दबाव अधिक है। वार्डो में पुरुषों के साथ महिला सफाई कर्मचारी भी सफाई कार्य में लगी है। शहर के मुख्य सड़कों पर ही कूड़े से हाल बुरा है। जानसठ रोड पर शिक्षण संस्थाओं के निकट, सड़क किनारे कूड़ा सड़ रहा है। शाम की शिफ्ट के कर्मचारी आधा कूड़ा उठाते हैं, जो सुबह तक अधिक बढ़ जाता है। आवारा पशु से बढ़ी ¨चता
आवारा पशु कूड़े के ढेर में भोजन तलाशने के लिए उसे सड़क तक फैला देते हैं। इससे कूड़ा काफी दूर तक दिखाई देता है। यह समस्या रुड़की रोड, मीनाक्षी चौक, जानसठ रोड नलकूप के निकट, खालापाद आदि स्थानों पर ज्यादा बढ़ गई है। सड़क से गुजरने वाले राहगीर और नागरिकों का दुर्गध से जीना मुहाल हो गया है। इन्होंने कहा
कूड़ा निस्तारण को लेकर पालिका गंभीर है। इसके लिए कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके माध्यम से कूड़े के अंबार को समाप्त किया जाएगा।
डॉ. आरएस राठी, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर पालिका परिषद, मुजफ्फरनगर।