बाइकों पर चार-चार बच्चे..हादसे की आशंका
नई परिवहन नीति के विरोध में स्कूलों की परिवहन सेवा बंद होने से यहां बच्चों पर दुर्घटना का खतरा मंडराने लगा है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नई परिवहन नीति के विरोध में स्कूलों की परिवहन सेवा बंद होने से यहां बच्चों पर दुर्घटना का खतरा मंडराने लगा है। बड़ी संख्या में अभिभावक बाइक या स्कूटर पर तीन-चार बच्चों को स्कूल ला रहे हैं। ई रिक्शाओं में भी बहुत सारे बच्चों को ले जाया जा रहा है। बच्चों को प्राइवेट बसों की छत पर बैठकर सफर करना पड़ रहा है।
दरअसल, सरकार ने नई परिवहन नीति लागू की है, जिसके तहत बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूली वाहनों के नियम बहुत सख्त कर दिए गए हैं। प्रत्येक वाहन में निर्धारित संख्या में ही बच्चों को बैठाने, उनके सीट बेल्ट बांधने, बच्चों को घर से लाने व छोड़ने के लिए हर स्कूली वाहन में एक शिक्षक व एक आया के सवार रहने आदि बहुत सारे नियम बनाए गए हैं। स्कूल संचालकों का कहना है कि कुछ नियमों का पालन करने पर स्कूलों की परिवहन फीस कई गुना हो जाएगी, जिसको अभिभावक अदा नहीं कर पाएंगे और वे बच्चों को पढ़ाना बंद कर देंगे। बाइक व स्कूटरों पर अभिभावक तीन या चार बच्चों को ला रहे हैं। स्कूटर व बाइक से स्कूल जाने वाले बच्चे उन पर तीन चार सवार हो रहे हैं। इसके अलावा ई रिक्शा में 12-14 बच्चों को ले जाया जा रहा है। देहात के बच्चे प्राइवेट बसों की छत पर बैठकर सफर करने को मजबूर हैं, ऐसे में बच्चों के साथ दुर्घटना का खतरा बन गया है।