कर्ज में डूबे किसान ने की खुदकशी
गांव उमरपुर निवासी किसान ने कर्ज के बोझ तले आर्थिक तंगी से परेशान होकर तमंचे की गोली मारकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। घटना से परिवार में मातम मचा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पीएम को भेजकर जांच आरंभ कर दी है। सूचना पर केन्द्रीय राज्य मंत्री व एसडीएम ने परिवार से मिलकर सांत्वना देते हुए उन्हे हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कर्ज में डूबे किसान ने गोली मारकर खुदकशी कर ली। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव उमरपुर निवासी किसान मुकेश सैनी पांच बीघा जमीन पर खेती करता था। बैंक, सहकारी समिति और गांव के लोगों से लिए कर्ज तले दबे किसान ने तनाव में आकर रविवार सुबह करीब 11:30 बजे तमंचे से सीने में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय पत्नी व बच्चे किसी काम से गांव से बाहर गए थे। गोली की आवाज सुनकर पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे। मृतक के पुत्र मुकुल सैनी ने घटना की तहरीर देते हुए बताया कि उसके पिता पर सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा शाहपुर का 70 हजार, केसीसी व किसान सेवा सहकारी समिति पलड़ी का करीब 49 हजार रुपये का कर्ज है। बताया कि इसके अलावा भी उन्होंने कई लोगों से रुपया उधार ले रखा था। देनदारी व आर्थिक तंगी से वह काफी दिनों से तनाव में चल रहे थे।
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केन्द्रीय मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन
घटना की जानकारी पर पहुंचे केन्द्रीय राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान व एसडीएम दीपक कुमार ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए आर्थिक मदद के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने कर्ज की रकम के बारे में भी पूछा। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक टूटे मकान का निर्माण कराने के लिए बैंक आदि का भी चक्कर लगा रहा था। बताया कि पांच बीघा भूमि में खेती से परिवार का गुजारा नहीं होने से मजदूरी पर आश्रित होना पड़ रहा था। केन्द्रीय मंत्री ने मृतक के परिवार वालों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने तथा हर संभव आर्थिक सहायता का भरोसा दिया। एसडीएम दीपक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ के लिए लेखपाल को कागजात तैयार कराने को कहा गया है।