Move to Jagran APP

भाकियू ने ऑनलाइन जानी किसानों की समस्या

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदेशभर के यूनियन के पदाधिकारियों जिलाध्यक्षों से किसानों की समस्याओं को लेकर ऑनलाइन संवाद किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 10:35 PM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 10:35 PM (IST)
भाकियू ने ऑनलाइन जानी किसानों की समस्या
भाकियू ने ऑनलाइन जानी किसानों की समस्या

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदेशभर के यूनियन के पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों से किसानों की समस्याओं को लेकर ऑनलाइन संवाद किया। अधिकांश पदाधिकारियों ने गन्ना भुगतान, खरीफ फसल की बुआई आदि का मुद्दा उठाया।

loksabha election banner

किसानों से गेहूं खरीद में भी खेल किया जा रहा है। केंद्रों पर छनाई, ढुलाई का भी पैसा लिया जा रहा है। इससे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। लॉकडाउन के कारण भाकियू ने अपने कार्यकर्ताओं को गांव-बस्ती में रहने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजियाबाद से बिजेंद्र सिंह, बुलंदशहर से गुड्डू प्रधान, जालौन से प्रदेश अध्यक्ष राजबीर सिंह, आगरा मंडल से गजेंद्र परिहार, बिजनौर से दिगम्बर सिंह, संभल से बिजेंद्र सिंह यादव, रामपुर से हसीब, सहारनपुर मंडल से राजू अहलावत, मीडिया प्रभारी धर्मेद्र मलिक से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए किसानों की समस्याओं, मुद्दों पर बातचीत की है। इसमें सभी पदाधिकारियों ने कहा कि गेहूं खरीद नीति में उतराई, छनाई व सफाई के नाम पर किसानों से 20 रुपये प्रति कुंतल पर काटे जा रहे हैं। यह किसानों के साथ अन्याय है। इस वर्ष खराब मौसम के वजह से किसानों की पैदावार में काफी कमी आई है। फसलों की लागत का लाभकारी मूल्य नहीं मिल पा रहा है। मंडी कानून के तहत भी तीन रुपये लिए जाने का प्रावधान है, वह भी उस स्थिति में, जब गेहूं की छनाई तथा तराजू से तुलाई की गई हो। खरीद एजेंसियों द्वारा परिवहन का शुल्क वसूला जा रहा है। गन्ना भुगतान नहीं होने के कारण खरीफ फसल की बुआई प्रभावित हो रही है। किसान सम्मान निधि में पंजीकृत किसानों को योजना लाभ सही रूप से नहीं मिल रहा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सभी मसलों को प्रदेश सरकार और आला अधिकारियों के समक्ष रखने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही सभी पदाधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्र में लॉकडाउन का पूर्णत: पालन करने और कराए जाने की अपील की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.