खेत में गन्ना छील रहे किसान पर मधुमक्खियों का हमला, मौत
मुजफ्फरनगर के गांव बरूकी में मंगलवार को गन्ना छीलने खेत पर गए किसान की मधुमक्खियों के हमले से दर्दनाक मौत हो गई।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 02:15 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 02:15 PM (IST)
मुजफ्फरनगर,जेएनएन। मधुमक्खियों के हमले में एक किसान की मौत हो गई। भोपा थाना क्षेत्र के गांव बरूकी में गन्ना छीलने खेत पर गए किसान की मधुमक्खियों के हमले से दर्दनाक मौत हो गई। गांव बरूकी निवासी साठ वर्षीय किसान ज्योति मंगलवार की सुबह अपने खेत मे गन्ना छील रहे थे,तभी मधुमक्खियों के झुंड ने उनपर हमला बोल दिया। क्षेत्र में इसके पहले भी किसानों पर मधुमक्खियों का हमला हो चुका है।
चिल्लाने की आवाज पर पहुंचे आसपास के लोग
हमले के बाद सहमे किसान की चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे आसपास के किसानों ने इसकी सूचना उनके परिजनों को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने किसान को प्राइवेट चिकित्सक के यहां दिखाया,जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक किसान के पास मात्र ढाई बीघा जमीन थी और उनके दोनों पुत्र फैक्ट्री में काम करके परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। किसान की मौत के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
मधुमक्खियों के हमले के बाद ऐसे करें बचाव
सबसे पहले डंक को निकाल दें : मधुमक्खी के डंक को जितनी जल्दी हो सके निकाल लें। डंक जितनी जल्दी निकल जाएगा जहर का असर उतना ही कम होगा वरना शरीर में जहर फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। डंक निकालने के बाद पोंछकर कोई एंटीसेप्टिक क्रीम लगा लें।
बर्फ लगाएं : प्रभावित जगह पर बर्फ लगाने से कई तरह की परेशानियों और लक्षणों में राहत मिल जाएगी। ठंड की वजह से विषाक्त पदार्थ बहुत अधिक फैलता नहीं है। इसके अलावा ये दर्द कम करने में भी सहायक होता है।
बेकिंग सोडा रहेगा फायदेमंद : बेकिंग सोडा अल्कलाइन होता है जोकि जहर के असर को कम करने में मददगार होता है। बेकिंग सोडा लगाने से दर्द,खुजली और सूजन में राहत मिलेगी।
सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल : सिरके के इस्तेमाल से भी जहर का असर कम हो जाता है। साथ ही ये भी दर्द, सूजन और खुजली में राहत पहुंचाता है।
शहद का इस्तेमाल : मधुमक्खी काट लेने पर शहद का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है। ये जहर को फैलने नहीं देता है और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है।
टूथपेस्ट भी है विकल्प : सफेद टूथपेस्ट लगाने से भी डंक के दर्द में राहत मिलती है। ये जहर के अम्लीय प्रभाव को कम करता है। इसके इस्तेमाल से दर्द और सूजन में राहत मिलती है।
चिल्लाने की आवाज पर पहुंचे आसपास के लोग
हमले के बाद सहमे किसान की चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे आसपास के किसानों ने इसकी सूचना उनके परिजनों को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने किसान को प्राइवेट चिकित्सक के यहां दिखाया,जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक किसान के पास मात्र ढाई बीघा जमीन थी और उनके दोनों पुत्र फैक्ट्री में काम करके परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। किसान की मौत के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
मधुमक्खियों के हमले के बाद ऐसे करें बचाव
सबसे पहले डंक को निकाल दें : मधुमक्खी के डंक को जितनी जल्दी हो सके निकाल लें। डंक जितनी जल्दी निकल जाएगा जहर का असर उतना ही कम होगा वरना शरीर में जहर फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। डंक निकालने के बाद पोंछकर कोई एंटीसेप्टिक क्रीम लगा लें।
बर्फ लगाएं : प्रभावित जगह पर बर्फ लगाने से कई तरह की परेशानियों और लक्षणों में राहत मिल जाएगी। ठंड की वजह से विषाक्त पदार्थ बहुत अधिक फैलता नहीं है। इसके अलावा ये दर्द कम करने में भी सहायक होता है।
बेकिंग सोडा रहेगा फायदेमंद : बेकिंग सोडा अल्कलाइन होता है जोकि जहर के असर को कम करने में मददगार होता है। बेकिंग सोडा लगाने से दर्द,खुजली और सूजन में राहत मिलेगी।
सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल : सिरके के इस्तेमाल से भी जहर का असर कम हो जाता है। साथ ही ये भी दर्द, सूजन और खुजली में राहत पहुंचाता है।
शहद का इस्तेमाल : मधुमक्खी काट लेने पर शहद का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है। ये जहर को फैलने नहीं देता है और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है।
टूथपेस्ट भी है विकल्प : सफेद टूथपेस्ट लगाने से भी डंक के दर्द में राहत मिलती है। ये जहर के अम्लीय प्रभाव को कम करता है। इसके इस्तेमाल से दर्द और सूजन में राहत मिलती है।
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