फर्जी सीबीआइ अधिकारी का चालान, जेल गया
फर्जी सीबीआई अधिकारी बन रात के समय रेड मारने वाले त्रिवेन्द्र कुमार उर्फ विपुल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने आदेश गोयल से बदला लेने के लिए ही उसके हरि वृंदावन सिटी स्थित घर पर सीबीआइ अधिकारी बन रेड मारने का जाल बुना था। बताया कि वह आदेश गोयल के यहां एकाउंटेंट का काम करता था।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। स्क्रेप कारोबारी के घर रेड मारने पहुंचे फर्जी सीबीआइ अधिकारी को शनिवार रात लोगों ने दबोचकर पुलिस को सौंप दिया था। रविवार को आरोपित व उसके गाड़ी के चालक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया गया। जहां से ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया।
शनिवार रात नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के हरि वृंदावन सिटी में आदेश गोयल के घर कथित तौर पर रेड मारने पहुंचे फर्जी सीबीआइ अधिकारी त्रिवेन्द्र कुमार उर्फ विपुल पुत्र देवेन्द्र सिंह निवासी संदवार थाना चांदपुर जनपद बिजनौर को हाल निवासी नई मंडी को लोगों ने दबोच कर पुलिस को सौंप दिया था। रविवार को पुलिस ने आरोपित का धोखाधड़ी, फर्जी तरीके से लोकसेवक बनने तथा कूटरचित दस्तावेज तैयार करने सहित विभिन्न धाराओं में चालान कर दिया। पुलिस ने आरोपित के पास से 2400 रुपये नगद, फर्जी सर्च वारंट, सीबीआइ डिप्टी कमिश्नर एटीएस का फर्जी आइकाड, नकली दाढ़ी-मूछ, पैन ड्राइव तथा वह बुलेरो गाड़ी बरामद की। पुलिस के अनुसार आरोपित के साथ गाड़ी चालक जनरल पुत्र देशपाल निवासी मीरापुर बड़ौत रोड थाना रोहटा मेरठ को भी गिरफ्तार कर उसका चालान कर दिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बदला लेने के लिए मारी थी रेड
आरोपित त्रिवेन्द्र कुमार उर्फ विपुल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने आदेश गोयल से बदला लेने के लिए रेड मारने का जाल बुना था। वह आदेश गोयल के यहां एकाउंटेंट का काम करता था, लेकिन 16 जनवरी 2014 को उसने उसे नौकरी से निकाल दिया था। इसके बाद वह उससे बदला लेने की सोचता रहता था।
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