मुठभेड़ में 25 हजारी की टांग में गोली लगी
खतौली (मुजफ्फरनगर) : पॉश कालोनी दयालपुर में रविवार सुबह पांच लाख की रंगदारी न देने पर ट्र
खतौली (मुजफ्फरनगर) : पॉश कालोनी दयालपुर में रविवार सुबह पांच लाख की रंगदारी न देने पर ट्रांसपोर्टर पर फायर कर भाग रहा 25 हजार का इनामी बदमाश सफेदा रोड पर पुलिस से मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गया। इनामी बदमाश व उसके जीजा को पुलिस ने दबोच लिया। उनसे बाइक, दो तमंचे व कारतूस बरामद हुए हैं। मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हो गया।
कस्बे के दयालपुर कालोनी निवासी ट्रांसपोर्टर देवेंद्र शर्मा पुत्र श्रीचंद से दौराला थाना क्षेत्र के गांव ममौरी निवासी 25 हजार के इनामी बदमाश अनिल गुर्जर पुत्र राम¨सह ने गत दिनों पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। रविवार सुबह अनिल डिस्कवर बाइक पर अपने जीजा के साथ ट्रांसपोर्टर के घर पहुंचा और उस पर फायर झोंक दिया। सूचना पर पुलिस ने बदमाशों की तलाश की। सफेदा रोड पर पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया। दोनों ओर से हुई फाय¨रग में इनामी बदमाश अनिल घायल हो गया। मौके से अनिल व उसके जीजा ज्ञान¨सह पुत्र धर्म ¨सह साधारण नंगली को गिरफ्तार कर लिया। बदमाश की गोली लगने से सिपाही विजय मावी घायल हो गया। घायल बदमाश व सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीओ डा. राजीव कुमार ¨सह ने बदमाशों के संबंध में जानकारी ली। अनिल गुर्जर पर हैं 33 मुकदमे
इंस्पेक्टर अंबिका प्रसाद भारद्वाज ने बताया कि इनामी बदमाश अनिल गुर्जर पर विभिन्न थानों में हत्या, हत्या के प्रयास व रंगदारी आदि के 33 मुकदमे दर्ज हैं। उसके विरुद्ध मवाना में तीन, फलावदा में एक, इंचौली में एक, दौराला में 12 व खतौली में 16 मुकदमे दर्ज हैं। खतौली में पांच साल पहले फैलाई थी दहशत
इनामी बदमाश अनिल ने 2014 में रंगदारी न देने पर रेडीमेड कपड़ों के व्यापारी जुगल किशोर, ऑटो पार्ट्स कारोबारी राजकुमार ग्रोवर, किराना कारोबारी भगवती व धीरेंद्र की दुकान पर गोली चलाई थी। गोली लगने से भगवती व धीरेंद्र घायल हो गए थे। सुधीर गोयल को धमकी दी थी। खतौली के व्यापारियों में अनिल की दहशत थी। अनिल को मिला था राजनैतिक संरक्षण
इनामी बदमाश अनिल गुर्जर को राजनैतिक संरक्षण मिला था। ट्रांसपोर्टर देवेंद्र को उसके समाज के राजनैतिक लोगों से डराकर पैरवी करने से मना किया था। रविवार को पुलिस मुठभेड़ में अनिल के घायल होने और एक बदमाश के पकड़ने जाने के बाद कोतवाल अंबिका प्रसाद भारद्वाज पर मेरठ के एक नेता समेत अन्य नेताओं के कई फोन आए। साधारण नंगली निवासी बदमाश को छोड़ने का दबाव बनाया। ज्ञानसिंह भी अनिल के साथ ट्रांसपोर्टर के घर आया था।