हक के लिए सड़कों पर उतरेगी कर्मचारी परिषद
प्रांतीय आह्वान पर 21 नवंबर होने वाले मशाल जुलूस के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बैठक आयोजित की। जिसमें आंदोलन की रणनीति बनाई गई। बैठक में तय किया गया कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। मामूली कारण पर कर्मचारियों पर कार्रवाई होती है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। प्रांतीय आह्वान पर 21 नवंबर होने वाले मशाल जुलूस के लिए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बैठक आयोजित की। जिसमें आंदोलन की रणनीति बनाई गई। बैठक में तय किया गया कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। मामूली कारण पर कर्मचारियों पर कार्रवाई होती है।
जिला चिकित्सालय में स्थित रेडक्रॉस भवन में आयोजित समस्त विभाग के अध्यक्ष व मंत्रियों की बैठक की गई। सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में 21 नवंबर को मशाल जुलूस में अधिक से अधिक कर्मचारियों के सम्मिलित होने व सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में तय किया कि पुरानी पेंशन बहाल करने, कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने, सभी संविदा कर्मियों को नियमित कर समायोजित करने, पद के अनुरूप वेतनमान दिए जाने के साथ निजीकरण, ठेकेदारी व्यवस्था एवं संविदा व्यवस्था पूर्णतय समाप्त करने के लिए मशाल जुलूस निकाला जाएगा। अध्यक्षता संजीव लाम्बा और संचालन अनुज त्यागी ने किया। बैठक में गुलबीर सिंह, सुधीर कुमार, मोहम्मद जुनैद, डॉ. सचिन जैन, बृजेश सिंह, अमरीश, दलवीर सिंह, ललित मोहन, मोहम्मद हारून, अमित सक्सेना आदि मौजूद रहे।