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कृषि कानूनों के विरोध में पुतले फूंके और निकाली ट्रैक्टर रैली

कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन किया। भाकियू ने सिसौली में काले झंडे बांधकर ट्रैक्टर रैली निकाली और पार्टी कार्यालय पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। रालोद ने कलक्ट्रेट घेरने का प्रयास किया और महावीर चौक पर धरना दिया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को काले कानून वापस लेने होंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 11:38 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 11:38 PM (IST)
कृषि कानूनों के विरोध में पुतले फूंके और निकाली ट्रैक्टर रैली
कृषि कानूनों के विरोध में पुतले फूंके और निकाली ट्रैक्टर रैली

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन किया। भाकियू ने सिसौली में काले झंडे बांधकर ट्रैक्टर रैली निकाली और पार्टी कार्यालय पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। रालोद ने कलक्ट्रेट घेरने का प्रयास किया और महावीर चौक पर धरना दिया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को काले कानून वापस लेने होंगे।

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कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर भाकियू ने सिसौली में काला दिवस मनाया। किसानों ने विरोध स्वरूप अपने वाहनों व घरों पर काले झंडे लगाए। सिसौली में भाकियू नेता गौरव टिकैत की अगुवाई में ट्रैक्टर रैली निकाली गई। ट्रैक्टर रैली के दौरान केंद्र सरकार व कृषि कानून के विरोध में नारे लिखी हुई तख्तियां लहराई गई। ट्रैक्टर रैली समाप्त होने पर कृषि कानून का पुतला फूंका। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार काले कानूनों को लेकर किसानों के साथ अड़ गई है। सरकार की यह बात ठीक नहीं है। किसान किसी कीमत पर पीछे हटने वाला नहीं है। सरकार को सभी कानून वापस लेने पड़ेंगे। ट्रैक्टर रैली के दौरान चौधरी नरेंद्र टिकैत, विशाल बालियान, अनंगपाल, अभिजीत बालियान आदि मौजूद रहे। वहीं भाकियू ने महावीर चौक स्थित पार्टी कार्यालय पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिस पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।

वहीं रालोद ने 26 मई को काला दिवस के रूप में मनाया। पदाधिकारी व कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए और वहां से हाथों में काले झंडे लेकर कलक्ट्रेट की ओर बढ़े। कलक्ट्रेट घेरने से पहले ही महावीर चौक पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस पर सभी बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए। जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने कहा कि सरकार को किसानों का दुख-दर्द दिखाई नहीं दे रहा। प्रदेश में गन्ना किसानों का करोड़ों रुपया चीनी मिलों पर बकाया है। आरोप लगाया कि सरकार का ध्यान सिर्फ पूंजीपतियों पर है। कार्यकर्ताओं को सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह और सिविल लाइन थाना प्रभारी उमेद कुमार ने काफी देरी तक महावीर चौक पर रोके रखा। बाद में पदाधिकारियों ने कृषि कानून वापस करने और अविलंब गन्ना भुगतान की मांग करते सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। इस दौरान सुधीर भारतीय, ओंकार सिंह बालियान, अज्जू पठान, गौरव बालियान, ओंकार बालियान, विदित मलिक, जगपाल नेताजी आदि मौजूद रहे।

लाटियान खाप मुख्यालय पर लगाया काला झंडा

तितावी : बुढ़ीनाकलां गांव के मेन चौराहे पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू जिलाध्यक्ष चौ. धीरज लाटियान ने नेतृत्व में किसानों ने काले झंडे हाथ में लेकर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका। साथ ही लाटियान खाप मुख्यालय पर काला झंडा लगाया।

किसानों के साथ हो रहा अन्याय

चरथावल : कस्बे समेत गांवों में भाकियू कार्यकर्ताओं ने मकानों व अपने वाहनों पर काले झंडे लगाकर कृषि कानूनों का विरोध किया। भाकियू तहसील अध्यक्ष विकास शर्मा ने कहा कि किसान आंदोलन को छह माह पूरे हो गए है, लेकिन केंद्र सरकार ने किसानों के ऊपर थोपे तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया।

सरकार वापस लें कृषि कानून

जानसठ : बाजिदपुर गांव में कृषि कानून के विरोध में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए वाहनों व घरों पर काले झंडे लगाए। किसानों का कहना था कि जब किसान ही इन कानून का विरोध कर रहे है तो सरकार जबरन क्यों थोप रही है। चेतावनी दी कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस दौरान जोगेंद्र सिंह, ओम प्रकाश, महकार सिंह आदि मौजूद रहे।


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