संसद में 10 साल पुराने ट्रैक्टरों के पक्ष में खड़े हुए बालियान
लोकसभा में उठाई एनजीटी के आदेश को समाप्त करने की मांग। एनसीआर में एक लाख ट्रैक्टरों पर एनजीटी के आदेश का प्रभाव।
मुजफ्फरनगर : सांसद डॉ. संजीव बालियान ने सोमवार को संसद में किसान हित में एनजीटी के उस आदेश के विरुद्ध नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की, जिसमें एनसीआर क्षेत्र में 10 वर्ष पुराने डीजल वाहनों को बंद करने को कहा गया है। सांसद ने कहा कि इस आदेश के प्रभाव में एनसीआर क्षेत्र के एक लाख ट्रैक्टर आएंगे, जिससे संबंधित किसानों को भारी नुकसान पहुंचेगा।
सांसद डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि एनजीटी का आदेश आया था कि जिसके अनुसार एनसीआर क्षेत्र में 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन बंद करने का आदेश था। एनसीआर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा का क्षेत्र आता है। इस आदेश के बाद इस क्षेत्र के करीब एक लाख ट्रैक्टर बंद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टरों की कोई आयु नहीं होती। उनके क्षेत्र में कुछ किसानों के पास 50 वर्ष से अधिक पुराने ट्रैक्टर है। उन्होंने कहा कि उनकी आयु 46 वर्ष है, और वह देखते आ रहे हैं कि कुछ किसानों के पास उनकी उम्र से भी अधिक पुराने ट्रैक्टर आज भी चल रहे हैं। किसान पूरे जीवन में केवल एक ही ट्रैक्टर ले पाता है। यह वर्षभर में बहुत ही कम चलता है और वर्षो तक नया बना रहता है। यदि एनजीटी का यह आदेश लागू होगा तो इससे सर्वाधिक नुकसान किसानों को पहुंचेगा। सांसद डॉ. संजीव बालियान ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के माध्यम से सरकार से मांग की कि वह एनजीटी के इस आदेश पर तुरंत रोक लगाए या फिर पर्यावरण मंत्रालय अथवा सड़क परिवहन मंत्रालय की और से कोई नोटिफिकेशन जारी कराया जाए। बालियान के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर
सांसद डॉ. संजीव बालियान ने प्रदेश सरकार को जनपद में कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापना का प्रस्ताव दिया था। सांसद ने बताया कि प्रस्ताव पर गंभीरतापूर्वक विचार कर शासन ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि शासन ने जनपद के ग्राम चित्तौड़ा में कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित करने की घोषणा की है। प्रदेश स्तर पर केवल दो ही कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित होंगे, जिनमें से एक जनपद में होगा। इस तरह जनपद में अब दो कृषि विज्ञान केन्द्र होंगे।