महिलाओं ने आयोग के समक्ष रखा अपना दर्द
हराज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियमवदा तोमर ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में महिला उत्पीड़न एवं घरेलू हिसा से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की। अधिकारियों से कहा कि महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों में त्वरित गति से निस्तारण किया जाए। महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया जाए।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। राज्य महिला आयोग की सदस्य डा. प्रियंवदा तोमर ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में महिला उत्पीड़न एवं घरेलू हिसा से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई की। अधिकारियों से कहा कि महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों में त्वरित गति से निस्तारण किया जाए। महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया जाए।
डा. प्रियंवदा तोमर ने कहा कि महिला उत्पीड़न की रोकथाम के लिए अधिकारी प्रतिदिन मामलों का निस्तारण करें। बुधवार को 16 महिलाओं ने प्रार्थना पत्र देकर अपनी आपबीती सुनाई। अधिकांश मामले दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिसा से संबंधित रहे। राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिला थानाध्यक्ष को निर्देश दिए कि यदि कोई महिला अपना प्रार्थना पत्र देती है, तो उसका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए। महिलाओं को थाने के चक्कर न कटाए जाएं। निस्तारण के लिए जो तिथि दी जाए, उसी के हिसाब से सुनवाई की जाए। सुनवाई के लिए बार-बार पीड़िता को तारीख देने पर उसका मनोबल टूटता है। महिलाओं से कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनका लाभ लेकर आत्मनिर्भर बनें। इस दौरान सीओ सिटी हरीश भदौरिया, जिला प्रोबेशन अधिकारी मोहम्मद मुशफेकीन, समाजसेवी बीना शर्मा समेत पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।