विश्वस्तरीय वैज्ञानिक सूची में शामिल हुए डा. चंद्रशेखर
चरथावल क्षेत्र के बिरालसी गांव निवासी डा. चंद्रशेखर पुंडीर ने वैश्विक स्तर पर कामयाबी हासिल कर मुजफ्फरनगर का नाम चमकाया है। उनका चयन अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया की वैश्विक उत्कृष्ट वैज्ञानिक सूची में हुआ है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चरथावल क्षेत्र के बिरालसी गांव निवासी डा. चंद्रशेखर पुंडीर ने वैश्विक स्तर पर कामयाबी हासिल कर मुजफ्फरनगर का नाम चमकाया है। उनका चयन अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया की वैश्विक उत्कृष्ट वैज्ञानिक सूची में हुआ है। सूची में विश्व के शीर्ष 1,59,698 वैज्ञानिकों को चुना गया है। यह सूची अगस्त 2019 में प्लास बायोलाजी जर्नल में प्रकाशित हुई है। इस उपलब्धि पर उन्हें डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने बधाई दी।
मूलरूप से बिरालसी गांव निवासी डा. चंद्रशेखर पुंडीर वर्तमान में हरियाणा के रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान संकाय में प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। डा. चंद्रशेखर पुंडीर ने बताया कि साइंटिस्ट्स की वैश्विक सूची में उनकी 254वीं रैंक है। 1984 में पहला वैज्ञानिक शोध पत्र प्रकाशित करने के बाद से अब तक उनके 250 शोध पत्र शीर्ष वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके चलते उनका नाम और प्रोफाइल 2007 में लिम्का बुक आफ रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है। डा. पुंडीर ने प्राथमिक शिक्षा बिरालसी के गांव से करने के बाद माध्यमिक शिक्षा शहर के राजकीय इंटर कालेज से की। इसके बाद चौधरी छोटू राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय से 1973 में बीएससी की डिग्री प्राप्त की। इससे आगे एमएससी और पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर नौकरी के साथ लगातार वैज्ञानिक शोध में लगे हुए हैं। मुजफ्फरनगर के मूल निवासी होने के चलते जनपद की डीएम सेल्वा कुमारी जे. और चौधरी छोटू राम स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नरेश मलिक ने उन्हें बधाई दी। 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर : कश्यप आरक्षण आर्मी ने 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
ज्ञापन में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कश्यप ने कश्यप, धींवर, झींवर, कहार, प्रजापति, कुम्हार समेत 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की श्रेणी में सम्मिलित कर प्रमाण पत्र जारी करने, कश्यप समाज पर आए दिन हो रहे अत्याचार व शोषण को रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि कश्यप समाज की सभी उपजातियों को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए। साथ ही मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।