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पहलवान दिव्या काकरान ने पहली बार 76 किलोग्राम में पेश की चुनौती, यूपी के लिए जीता गोल्‍ड, मुजफ्फरनगरवासी खुश

Divya Kakran मुजफ्फरनगर के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या काकरान ने अहमदाबाद में शुरू हुए राष्ट्रीय खेलों में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। अब तक वह 68 किलोग्राम भार में प्रतिभाग कर रही थीं यहां उन्‍होंने पहली बार 76 किलोभार वर्ग में चुनौती पेश की।

By Jagran NewsEdited By: Parveen VashishtaPublished: Fri, 30 Sep 2022 10:06 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 10:06 PM (IST)
पहलवान दिव्या काकरान ने पहली बार 76 किलोग्राम में पेश की चुनौती, यूपी के लिए जीता गोल्‍ड, मुजफ्फरनगरवासी खुश
अहमदाबाद में गोल्ड जीतने के बाद प्रसन्न मुद्रा में दिव्या काकरान

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय एवं अर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या काकरान ने एक बार फिर जिले का नाम चमकाया है। दिव्या ने शुक्रवार को राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल की पहलवान को पटखनी देकर स्वर्ण पदक जीता है। जनपदवासियों, माता-पिता व ससुराल पक्ष ने उनकी सफलता पर गर्व जताया है। खास यह है कि दिव्या ने पहली बार भारवर्ग बदलकर कुश्ती लड़ी है।

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उत्तर प्रदेश का किया प्रतिनिधित्‍व 

मंसूरपुर क्षेत्र के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या ने गुजरात के अहमदाबाद स्थित नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में प्रारंभ हुए राष्ट्रीय खेलों में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधत्व किया। अब तक वह 68 किलोग्राम भार में प्रतिभाग कर रही थीं, यहां उन्होंने पहली बार 76 किलोभार वर्ग में चुनौती पेश की। पहली कुश्ती में दिव्या ने पंजाब की गुरशरण को 10-0 से हराया। इसके बाद हरियाणा की रितिका और तेलंगाना की रोहिनी को बायफाल से पराजित किया। फाइनल कुश्ती हिमाचल की रानी राणा को पटखनी देकर स्वर्ण पदक जीता है।

गुरु प्रेमनाथ अखाड़े में सुधारा खेल

दिव्या बताती हैं कि दिल्ली के गुरु प्रेमनाथ अखाड़े में प्रशिक्षक विक्रम सिंह के साथ अपने खेल को सुधारा है। यहां पर डिफेंस के दांव-पेच को बेहतर किया है। उसका परिणाम रहा कि भारवर्ग में परिवर्तन का लाभ मिला है। शारीरिक क्षमता के साथ भार बढ़ता है, ऐेसे में वजन कम करने में समस्या थी। उनके मंगेतर सचिन प्रताप सिंह भी गुजरात साथ गए थे, जो उनकी डाइट पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।

अब ओलंपिक में गोल्ड का लक्ष्य

पिता सूरजवीर ने बताया कि बेटी निरंतर देश, प्रदेश के साथ गांव का नाम रोशन कर रही है। अब उसका लक्ष्य एशियन गेम्स के माध्यम से ओलंपिक की तैयारियों को पूर्ण करना है। ओलिंपिक में वह गोल्ड मेडल जीतने का लक्ष्य बना चुकी है। दिव्या ने हाल ही में इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुए कामनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था।

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ईरान के पहलवान लेंगे दंगल में हिस्सा

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। गांव पचैंडा कला के जनता इंटर कालेज के मैदान पर होने जा रहे विशाल दंगल व रागिनी प्रतियोगिताम में नामी पहलवान व प्रसिद्ध कलाकार भाग लेंगे। कार्यक्रम के आयोजक अर्जुन पहलवान ने बताया कि आगामी 28 से 31 अक्टूबर तक 33वां विशाल दंगल व रागिनी प्रतियोगिता आयोजित होगी। पहली कुश्ती तीन लाख रुपये के नगद ईनाम की होगी। इसमें ईरान के ओधी पहलवान व धर्मेंद्र पहलवान कोहली पंजाब के बीच मुकाबला होगा। प्रवेश पहलवान बहादुरगढ़, हरियाणा व बिनिया मोमीन पहलवान जम्मू-कश्मीर के बीच सबसे बड़ी कुश्ती पांच लाख रुपये के ईनाम की होगी। इसके अलावा आसपास के जिलों के अखाडों के पहलवान भी जोर आजमाइश करेंगे। 


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