मुजफ्फरनगर में मरीज की मौत पर अस्पताल में तोडफ़ोड़, पूर्व सांसद पर हमला
अपने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे पूर्व सांसद कादिर राना ने भीड़ को समझाने की कोशिश की तो उन पर हमला कर दिया गया। वहां पहुंचे चौकी इंचार्ज को भी भीड़ ने दौड़ा लिया।
मुजफ्फरनगर (जेएनएन)। शहर के एक अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों के साथ आए लोगों ने जमकर बवाल किया। चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भीड़ ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ कर दी। अपने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे पूर्व सांसद कादिर राना ने भीड़ को समझाने की कोशिश की तो उन पर हमला कर दिया गया। वहां पहुंचे चौकी इंचार्ज को भी भीड़ ने दौड़ा लिया। पुलिस ने किसी तरह पूर्व सांसद को बचाया। एक रालोद नेता समेत नौ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मुजफ्फरनगर के शाहपुर क्षेत्र के सांझक गांव निवासी लताफत का बेटा अरशद बीमार चल रहा था। परिजनों ने उसे एक अगस्त को सुजडू चुंगी मेरठ रोड स्थित दीवान हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। अस्पताल के मालिक डा. रिजवान अली ने अरशद का बीते दिनों पित्त की थैली का ऑपरेशन किया, मगर हालत गंभीर होने के कारण उसे 18 अगस्त को रेफर कर दिया। परिजन अरशद को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल लेकर गए थे, वहां उसे भर्ती नहीं किया जा सका।
इस पर सोमवार को परिजन फिर से उसे दिल्ली लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजन और अन्य लोगों ने दीवान अस्पताल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। लोगों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोडफ़ोड़ कर दी। इसका विरोध करने पर लोगों ने चिकित्सकों, स्टाफ के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया। पूर्व सांसद कादिर राना ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया, तो लोगों ने उन पर भी हमला बोल दिया और उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया।
वहलना चौकी इंचार्ज राधेश्याम यादव घटना स्थल पर पहुंचे तो लोगों ने हाथापाई करते हुए उन्हें दौड़ा लिया। बाद में पहुंची कई थानों की पुलिस ने बवालियों को लाठियां फटकार कर खदेड़ा। पुलिस ने मौके से रालोद नेता इरशाद चौधरी, मृतक युवक के पिता लताफत समेत नौ लोगों को हिरासत में लिया है। कोतवाली थाने पर डा. रिजवान अली की ओर से लताफत समेत करीब 150 अज्ञात लोगों के विरुद्ध तोडफ़ोड़, जानलेवा हमला करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस प्रकरण की जांच-पड़ताल में जुटी है।