घायल के लिए मांगी मदद, जाम लगा जताया विरोध
यूपी रोडवेज की बस से हुई दुर्घटना में एक घायल को आर्थिक मदद दिलवाने के लिए भैंसी गांव में ग्रामीणों ने रोडवेज बसों को रोककर रास्ता जाम किया। उन्होंने यात्रियों को बसों से नीचे उतार दिया। एसडीएम व एआरएम के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए। खतौली डिपो केएआरएम ने घायल को सहायता दिलवाने का भरोसा दिया। ग्रामीणों
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। यूपी रोडवेज की बस से हुई दुर्घटना में एक घायल को आर्थिक मदद दिलवाने के लिए भैंसी गांव में ग्रामीणों ने रोडवेज बसों को रोककर रास्ता जाम किया। उन्होंने यात्रियों को बसों से नीचे उतार दिया। बाद में एसडीएम व एआरएम के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए। खतौली डिपो के एआरएम ने घायल को सहायता दिलवाने का भरोसा दिया। ग्रामीणों ने गांव के पास स्टापेज बनवाने व बसों को धीमी गति से चलवाने की मांग की।
भैसी गांव में करीब एक सप्ताह पूर्व मुख्य मार्ग पर गांव का इकरामुद्दीन पुत्र शरीफ रोडवेज बस की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया था। इकरामुद्दीन का मोदीपुरम स्थित एक प्राइवेट हास्पिटल में उपचार चल रहा है। रोडवेज के अधिकारियों ने घायल की मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं दी गई। पीड़ित को आर्थिक मदद न मिलने से क्षुब्ध ग्रामीणों ने बुधवार को मुख्य मार्ग पर शिव मूर्ति के पास रोडवेज बसों रोककर जाम लगाया। बसों में सवार यात्रियों को उतार दिया गया। जाम लगने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने एसडीएम व खतौली डिपो के एआरएम को बुलवाने की मांग की। एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट व एआरएम परवेज बशीर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर शांत कर जाम खुलवाया। ग्राम प्रधान सुनील कुमार ने अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि घायल युवक ई-रिक्शा चलाता है। गरीब होने से वह उपचार का खर्च नहीं उठा पा रहा है। एआरएम ने इकरामुद्दीन को आर्थिक सहायता दिलवाने का भरोसा दिया। ग्रामीणों ने गांव में बसों का स्टॉपेज बनवाने और बसों को धीमी गति से निकलवाने की मांग रखी। अधिकारियों ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया।