किराए पर गाड़ी लेकर बेचने वाला गैंग पकड़ा
ड़ियों को किराए पर लगाने का झांसा देने और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि दो आरोपित फरार हैं। पुलिस ने नौ गाड़ियों को बरामद किया है। जितनी गाड़ी बरामद की गई हैं उतनी ही आरोपितों ने और भी बेच रखी हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीम गठित की गई है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। विभिन्न कंपनियों में गाड़ियों को किराए पर लगाने का झांसा देने और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपित फरार हैं। पुलिस ने नौ गाड़ियों को बरामद किया है। जितनी गाड़ी बरामद की गई हैं, उतनी ही आरोपितों ने और भी बेच रखी हैं, जिनकी तलाश में पुलिस टीम गठित की गई है।
पुलिस लाइन में एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि जानसठ पुलिस की ओर से गंगनहर पटरी चितौड़ा झाल पर चेकिग अभियान चलाया गया। चेकिग के दौरान शावेज निवासी खादरवाला और अफसर निवासी गांव जारचा जिला गौतम बुद्धनगर को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से दो गाड़ी बरामद की गई। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि साथी रविद्र सेठ निवासी शास्त्रीनगर जनपद मेरठ व अबरार निवासी जाकिर कालोनी जनपद मेरठ की मदद से गाड़ियों को फर्जी तरीके से लोगों को बेचते हैं। दोनों की निशानदेही पर मेरठ से सात अन्य गाड़ियों को बरामद किया गया। एसएसपी ने बताया कि चारों आरोपित मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों से लोगों को झांसे में लेकर उनकी गाड़ियों को किराए पर लेते थे। झांसा देते थे कि दिल्ली, नोएडा में उनकी गाड़ियों को विभिन्न कंपनियों में लगाया जाएगा, जिसकी एवज में प्रतिमाह अच्छी खासी धनराशि दी जाएगी। गाड़ियों को लेने के बाद आरोपित फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें अन्य लोगों को बेचकर गायब हो जाते थे। शाहपुर और जानसठ क्षेत्र से आरोपितों ने गाड़ी भी चोरी की हैं। दोनों थाने में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि फरार आरोपित रविद्र सेठी और अबरार की तलाश में दबिश जारी है।