मेरठ के 'बुर्का गैंग' ने उड़ाया था 40 लाख का सोना
पुलिस ने खरखौदा के नरहेड़ा से पकड़ीं कई महिलाएं। नरहेड़ा की महिला ने बहनों संग बना रखा है 'बुर्का गैंग'।
मुजफ्फरनगर : भगत ¨सह रोड स्थित सर्राफ की दुकान से 40 लाख का सोना मेरठ के बुर्का गैंग ने उड़ाया था। पुलिस का दावा है कि गैंग में शामिल शातिर महिलाओं ने अपने साथियों की मदद से वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आधा दर्जन महिलाओं को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ में कई राज उजागर हुए हैं। इस गैंग ने पउप्र के कई सर्राफ और बड़े व्यापारियों को निशाना बनाया है। सरगना समेत दो सदस्य अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
महिलाओं का यह गैंग बुर्का पहनकर बाजार में उतरता है। पहले बाजार की रेकी करते हैं। उसके बाद रास्तों की लोकेशन के आधार पर वारदात की जाती है। एक महिला दुकानदार या व्यापारी को झांसे में लेती है, जबकि दूसरी माल पर हाथ साफ करती है। सराफा बाजार में भी बुर्का गैंग की तीन महिलाओं ने कृष्णापुरी निवासी सुशील बंसल को निशाना बनाया है। यहां से करीब 40 लाख के आभूषण चोरी किए गए हैं। इनका वजन करीब सवा किलो है। छानबीन में चोरी के तार मेरठ के बुर्का गैंग से जुड़े मिले। यह गैंग मेरठ के थाना खरखौदा के गांव नरहेड़ा से संचालित हो रहा है। इस गैंग में शातिर बदमाश भी शामिल हैं। पुलिस ने दबिश देकर खरखौदा से चार महिलाओं समेत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। चोरी का माल खपाने के लिए कई शातिर भी इस गैंग से जुड़े हैं। इंस्पेक्टर अनिल कपरवान ने बताया कि वारदात के तार मेरठ के गैंग से जुड़ रहे हैं। जल्द ही पूरे मामले का राजफाश कर दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने कुछ सोना भी बरामद कर लिया है।
बहनों ने बना रखा है गैंग
पुलिस सूत्रों ने बताया कि खरखौदा के गांव नरहेड़ा निवासी एक व्यक्ति की पत्नी ने अपनी बहनों के साथ मिलकर गैंग बना रखा है। करीब पांच माह पूर्व में भी इस गैंग ने मवाना के एक सर्राफ को निशाना बनाया था। इस मामले में कई महिलाएं जेल गई थीं।