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साढू ने तीन साथियों संग की थी धनवीर की हत्या

बार-बार अपमानित किए जाने से क्षुब्ध होकर दिव्यांग धनवीर की हत्या उसके साढू ने ही अपने तीन साथियों के साथ मिलकर कर दी थी। धनवीर का शव कूड़ाघर से बरामद हुआ था। पुलिस ने चारों हत्यारोपितों को एसटीएफ मेरठ की मदद से गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 11:19 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 06:05 AM (IST)
साढू ने तीन साथियों संग की थी धनवीर की हत्या
साढू ने तीन साथियों संग की थी धनवीर की हत्या

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बार-बार अपमानित किए जाने से क्षुब्ध होकर दिव्यांग धनवीर की हत्या उसके साढू ने ही अपने तीन साथियों के साथ मिलकर कर दी थी। धनवीर का शव कूड़ाघर से बरामद हुआ था। पुलिस ने चारों हत्यारोपितों को एसटीएफ मेरठ की मदद से गिरफ्तार कर लिया।

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शहर कोतवाली क्षेत्र के रामपुरी में कूड़ाघर के समीप 18 जनवरी को मूलरूप से बीजोपुरा व हाल रामपुरी निवासी धनवीर पुत्र पीतम का शव बरामद हुआ था। सीओ सिटी हरीश भदौरिया और शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल कपरवान ने शहर कोतवाली में प्रेस वार्ता कर बताया कि धनवीर के भाई सतीश कुमार ने शहर कोतवाली में उसकी हत्या मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना में सामने आया कि धनवीर हत्याकांड को उसके साढू ब्रजपाल पुत्र खुशीराम निवासी खेड़ी टप्पा थाना दौराला जनपद मेरठ हाल निवासी देवलोक देवतापुरम थाना टीपी नगर मेरठ ने अपने तीन साथियों आकाश निवासी देवतापुरम मेरठ, राजेन्द्र निवासी जयसिंहपुर थाना मवाना मेरठ और गजेन्द्र उर्फ भूरा निवासी सिभावली जनपद हापुड़ के साथ मिलकर अंजाम दिया। शहर कोतवाली पुलिस ने एसटीएफ मेरठ की मदद से चारों आरोपितों को गुप्ता रिसो‌र्ट्स कट हाईवे से 25 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया।

इस तरह दिया हत्याकांड अंजाम

धनवीर की हत्या चलती कार में मफलर से गला घोंटकर की गई थी। सीओ सिटी हरीश भदौरिया ने बताया कि 18 जनवरी को ब्रजपाल अपने तीनों साथियों के साथ स्विफ्ट कार में सवार होकर आया और धनवीर को शादी में चलने का बहाना बनाकर अपने साथ गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद सबने गाड़ी में ही शराब की और चलती कार में मौका देखकर सुनसान जगह पर मफलर से धनवीर का गला घोंटकर हत्या कर दी और शव रुड़की रोड पर कूड़े के ढेर पर फेंककर फरार हो गए।

अपमानित करने पर उठाया कदम

सीओ सिटी ने बताया कि ब्रजपाल की साली रीना की शादी बीजोपुरा निवासी धनवीर के भाई नवाब के साथ हुई थी। सड़क दुर्घटना में नवाब की मौत के बाद रीना का विवाह धनवीर से कर दिया गया था, लेकिन धनवीर की रीना से नहीं बनती थी। ब्रजपाल का उसकी साली रीना के घर आना-जाना था, जो धनवीर को पसंद नहीं था। धनवीर भी रीना से अलग दूसरे मकान में रहता था और अपने साढू ब्रजपाल को टोटा कहकर चिढ़ाता था। इससे क्षुब्ध होकर ब्रजपाल ने अपने साथियों की मदद से धनवीर की हत्या का प्लान बनाया था।

शातिर अपराधी है गजेंद्र उर्फ भूरा

ब्रजपाल के साथ मिलकर धनवीर की हत्या करने वाला गजेंद्र उर्फ भूरा शातिर अपराधी है। उसके विरुद्ध हत्या, जानलेवा हमला, लूट आदि के करीब दर्जनभर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार हत्यारोपितों से हत्या में प्रयुक्त स्विफ्ट कार और एक मफलर, मृतक की बैंक पासबुक तथा आधार कार्ड बरामद किया।


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