बोर्ड परीक्षाओं पर लगा कोरोना का ग्रहण, छाई मायूसी
बोर्ड परीक्षाओं की उल्टी गिनती चलने के दौरान बुधवार को अचानक शिक्षा मंत्रालय से जारी हुए फरमान ने जनपद के सैंकड़ों बोर्ड परीक्षर्थियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द होने की सूचना मिलते ही अभिभावकों सहित विद्यार्थियों में मायूसी छा गई।
मुजफ्फरनगर, जागरण टीम। बोर्ड परीक्षाओं की उल्टी गिनती चलने के दौरान बुधवार को अचानक शिक्षा मंत्रालय से जारी हुए फरमान ने जनपद के सैंकड़ों बोर्ड परीक्षर्थियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द होने की सूचना मिलते ही अभिभावकों सहित विद्यार्थियों में मायूसी छा गई। वहीं अभिभावकों ने कोरोना को कोसते हुए बच्चों को अगली कक्षा की तैयारी का हौंसला दिया। सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर इस समय बच्चों की तैयारी जोरों पर चल रही थी। कोरोना के कारण लाकडाउन और अन्य दिनों में स्कूल न खुलने के कारण पठन-पाठन प्रक्रिया आनलाइन ही चल रही थी। इस कारण कमजोर पड़े कोर्स को परीक्षा के लिए मजबूत करने के लिए विद्यार्थियों ने तैयारी में इस समय पसीने बहा रखे थे। विद्यार्थी कोचिग के साथ-साथ घर पर भी कई घंटे अपनी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। बोर्ड परीक्षा कोरोना के कारण पहले लेट हुई, जिससे पहले ही बोर्ड परीक्षार्थी मायूस हो गए थे, लेकिन बुधवार को 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा ने उन विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा हिला दिया जो परीक्षाओं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने के लिए पूरी तैयारी में लगे थे। केवल विद्यार्थी ही नहीं अभिभावक भी आश्चर्यचकित रहकर बच्चों को अगली कक्षा की तैयारी में लगने की बात कहते हुए सोच में पड़ गए। उधर 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को आगे बढ़ाने के निर्णय पर भी सभी के विचार बाहर आने लगे। अधिकतर विद्यार्थी इसको विपरित मानते हुए तैयारियों पर फर्क पड़ने की बात कह रहे हैं, जबकि कई विद्यार्थियों का मानना है कि परीक्षा की तैयारियों के लिए और अधिक समय मिल गया, जो लाभकारी होगा। इंद्राकालोनी निवासी अनुज त्यागी ने बताया कि उनकी बेटी सारवी त्यागी होली एंजेल्स स्कूल में कक्षा 10वीं की छात्रा है। सारवी दिन-रात परीक्षा की तैयारी में लगी थी। उसका सपना था कि वह पहली बोर्ड परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक लाकर प्रतिभा दिखाएगी, लेकिन अब वह सपना ही रह गया है। उधर नई मंडी निवासी जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के 12वीं के कक्षा छात्र आयुष कुमार का कहना है कि सीबीएसई 12वीं की परीक्षा आगे बढ़ने से थोड़ी मायूसी है, लेकिन इसका लाभ यह है कि अब तैयारी के लिए और अधिक समय मिल गया है। डीआइओएस गजेंद्र कुमार ने बताया कि 10वीं की परीक्षा रद्द होने के लिए सीबीएसई बोर्ड का नोटिफिकेशन भी जारी हो गया है। यूपी बोर्ड के लिए अभी कोई स्पष्ट आदेश नहीं हैं। ---
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-तरुण पाल