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चक्का जाम कर गरजे किसान

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से नाकेबंदी कर चक्का जाम किया। दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे समेत दस स्थानों पर पांच घंटे तक जाम लगाया गया। आम आदमी पार्टी ने भी जाम का समर्थन किया। कृषि विधेयक के विरोध में किसानों ने आंदोलन का बिगुल फूंका। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। बिहार चुनाव में किसान भाजपा सरकार को सबक सिखाने का काम करेगा। वहीं कार्यकर्ताओं ने सड़क से संसद तक आवाज बुलंद करने की हुंकार भरी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 10:44 PM (IST)Updated: Sat, 26 Sep 2020 05:02 AM (IST)
चक्का जाम कर गरजे किसान
चक्का जाम कर गरजे किसान

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से नाकेबंदी कर चक्का जाम किया। दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे समेत दस स्थानों पर पांच घंटे तक जाम लगाया गया। आम आदमी पार्टी ने भी जाम का समर्थन किया। कृषि विधेयक के विरोध में किसानों ने आंदोलन का बिगुल फूंका। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है। बिहार चुनाव में किसान भाजपा सरकार को सबक सिखाने का काम करेगा। वहीं, कार्यकर्ताओं ने सड़क से संसद तक आवाज बुलंद करने की हुंकार भरी है।

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पूर्व रणनीति के तहत शुक्रवार सुबह ग्यारह बजे भाकियू कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम प्रारंभ किया, जो दोपहर तीन बजे तक जारी रहा। चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। लालू खेड़ी पर भाकियू व अन्य संगठनों द्वारा कृषि विधेयक के विरोध में चक्का जाम कर हाईवे पर धरना-प्रदर्शन किया गया। यहां भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने धरने पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है। अक्टूबर में होने वाले विधानसभा के चुनाव में बिहार की जनता कृषि विधेयक का बदला लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत से है जिसे बनाने में किसानों का अहम योगदान रहा है। हमारा सरकार से लड़ने का हथियार वोट ही है। भाकियू का एक-एक कार्यकर्ता चुनावों में इसका बदला लेना जानता है। इस दौरान एसडीएम सदर दीपक कुमार को ज्ञापन सौंपकर धरना समाप्त किया गया। अध्यक्षता दरयाव सिंह व संचालन प्रवीण ने किया।

उधर, छपार के रामपुर तिराहा पर भाकियू कार्यकर्ता धरना देकर बैठ गए। यहां राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत कर कृषि विधेयक में संशोधन करें। विधेयक से मंडी सेक्टर बर्बाद होगा। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाया जाए। इससे नीचे भाव में खरीद न हो, इसकी व्यवस्था की जाए। विधेयक के लागू होने से बडे़-बड़े उद्योगपति किसानों की भूमि और फसलों पर कब्जा जमाएंगे। सरकार यह कृषि विधेयक वापस नहीं लेती है तो किसान सड़क पर उतर आंदोलन करता रहेगा। एसडीएम अजय अम्बष्ट को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। रामपुर तिराहे पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। तहसील सदर अध्यक्ष देव वर्मा, अंकुश चौधरी, रोहन त्यागी, शहजाद नबी, शराफत अब्बासी, कुलदीप तोमर आदि मौजूद रहे।

पुलिस रही तैनात, अधिकारी दौड़ते रहे

भाकियू के चक्का जाम को लेकर प्रत्येक प्वाइंट पर पुलिस और पीएसी बल तैनात रखा गया। कचहरी को भी छावनी में तब्दील रखा गया। रामपुर तिराहा पर भीड़ बढ़ने के बाद सीओ सदर कुलदीप कुमार पुलिस फोर्स व पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।


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