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भारती मिस फ्रेशर, हर्षिता बनीं मिस फेयरवेल

विद्योत्मा कन्या महाविद्यालय में मिस फ्रेशर एवं फेयरवेल पार्टी आयोजित की गई। इसमें छात्राओं ने अपनी प्रतिभा दिखाई। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के आयोजन होने से छात्राओं में छिपी प्रतिभाओं को निखरने का मौका मिलता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 11:46 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 11:46 PM (IST)
भारती मिस फ्रेशर, हर्षिता बनीं मिस फेयरवेल
भारती मिस फ्रेशर, हर्षिता बनीं मिस फेयरवेल

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। विद्योत्मा कन्या महाविद्यालय में मिस फ्रेशर एवं फेयरवेल पार्टी आयोजित की गई। इसमें छात्राओं ने अपनी प्रतिभा दिखाई। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के आयोजन होने से छात्राओं में छिपी प्रतिभाओं को निखरने का मौका मिलता है।

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कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थापक श्रीचंद शास्त्री, प्रबंधक अभिषेक वत्स व कार्यवाहक प्राचार्या डा. कविता वर्मा ने किया। प्रबंधक ने कहा कि शिक्षा के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों से छात्राओं का उत्साहवर्धन होता है। इससे उनके भीतर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने का जज्बा बनता है। प्राचार्या डा. कविता वर्मा ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर अपना कार्य करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। इसके बाद छात्राओं के बीच कार्यक्रम किया गया। इसमें बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा भारती मिस फ्रेशर और बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा हर्षिता मिस फेयरवेल चुनी गई। विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान प्रवक्ता डा. सारिका, कृष्णा शर्मा, रचिता शर्मा, साधना सोम, रश्मि गौतम, मीनाक्षी पुंडीर आदि मौजूद रहीं।

अभियान चलाकर लोगों को किया सफाई के लिए जागरूक

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। महाराजा अग्रसेन कन्या(पी.जी.) महाविद्यालय की छात्राओं ने शनिवार को सफाई अभियान चलाते हुए लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।

महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से एकदिवसीय शिविर महादेव मंदिर में लगाया गया। शिविर का शुभारंभ प्राचार्या डा. अनिता रानी ने किया। शिविर में 100 स्वयंसेविकाओं ने भाग लिया। शिविर के अंतर्गत स्वयंसेविकाओं ने सफाई अभियान चलाकर नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। स्वयंसेविकाओं ने कहा कि स्वच्छता के बिना मनुष्य का स्वस्थ रहना मुश्किल है। उन्होंने सड़क व नालियों की सफाई करते हुए नागरिकों को गंदगी से होने वाली बीमारियों, प्लास्टिक व पालीथिन का समाज पर दुष्प्रभाव, पर्यावरण, कोरोना वायरस से बचाव, जल सरंक्षण व कूड़ेदान के उपयोग के बारे में बताया। डा. अनिता रानी ने जल के महत्व को समझाते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। स्वयंसेविकाओं ने गीतों, कविता व विचारों के माध्यम से अपनी रचनात्मक शक्ति का परिचय दिया। शिविर में ब्रह्मप्रकाश गर्ग, विनोद कुमार सिंहल, कार्यक्रम अधिकारी सरिता रानी, ऋचा शर्मा, नेहा वर्मा, रीना शर्मा, प्रियंका भारद्वाज, अमित सिंहल आदि का सहयोग रहा।


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