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नहीं सुधरे तो चुकानी होगी बड़ी कीमत

मौजूदा समय में शारीरिक दूरी से ही कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। बावजूद इसके न तो शहर के बाशिदे इसे गंभीरता से ले रहे हैं और न ही अधिकारी। रविवार सुबह के समय शहर के बाजारों का नजारा नागरिकों व सरकारी मशीनरी की लापरवाही की तस्दीक करता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 11:14 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:06 AM (IST)
नहीं सुधरे तो चुकानी होगी बड़ी कीमत
नहीं सुधरे तो चुकानी होगी बड़ी कीमत

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मौजूदा समय में शारीरिक दूरी से ही कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। बावजूद इसके न तो शहर के बाशिदे इसे गंभीरता से ले रहे हैं और न ही अधिकारी। रविवार सुबह के समय शहर के बाजारों का नजारा नागरिकों व सरकारी मशीनरी की लापरवाही की तस्दीक करता है। हालांकि एनाउंसमेंट के जरिए पुलिस बाजारों में शारीरिक दूरी का पाठ पढ़ाते हुए दिखाई दी, लेकिन नगर के बाशिदे हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर आगे बढ़ते रहे। रविवार को जैसे ही सूरज निकला तो शहर के बाजारों में भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। आलम यह था मानों सालों की कैद से लोगों को मुक्ति मिल गई। पिछले कई दिनों से बाजारों में भीड़ का सिलसिला निर्बाध जारी है।

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वैश्विक महामारी कोरोना ने दुनियाभर में कहर मचा रखा है। अपना देश भी इससे अछूता नहीं है। आए दिन कोविड-19 के हजारों मामले सामने आ रहे हैं। अगर जनपद की बात की जाए तो जनपद में अब तक 45 लोग कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमे से 24 स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 21 का अभी उपचार चल रहा है। रविवार को ककरौली स्थित किसान इंटर कालेज में क्वारंटाइन चल रहे पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि शहर के विकास भवन के सामने स्थित पॉश कालोनी रामपुरम में एक व्यक्ति कोरोना से ग्रसित मिला है। शहर से लेकर देहात तक कोरोना तेजी से पैर पसा रहा है, लेकिन लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं। लापरवाही का अगर यही आलम रहा तो जनपद के लोगों को बड़ी कीमत चुकानी होगी। हालांकि सरकारी मशीनरी ने शुरुआत में सख्ती बरती जो धीरे-धीरे कम होती चली गई। पुलिस-प्रशासन की ढील का नतीजा बाजारों में उमड़ती भीड़ के रुप में देखा जा रहा है।

इन्हें नहीं शारीरिक दूरी से कोई सरोकार..

शहर की सबसे व्यस्त भगत सिंह रोड फिर अपने रंग में लौटती हुई दिखाई दे रही है। कोरोना के मद्देनजर लॉकडाउन शुरू हुआ तो शहर के अन्य स्थानों की तरह भगत सिंह रोड पर भी सन्नाटा पसर गया था, लेकिन लॉकडाउन के बीच छूट मिली तो बाजार में उमड़ी भीड़ को न तो कोरोना का कोई खौफ रहा और न ही शारीरिक दूरी से कोई सरोकार। हालांकि प्रशासन ने छूट देते समय स्पष्ट किया था कि दुकानदार को मास्क व ग्लब्स पहनना अनिवार्य होगा ओर बिना मास्क पहने ग्राहक को दुकानदार सामान नहीं देखा, लेकिन प्रशासन की गाइडलाइन का शहर के बाजारों में कोई असर नहीं दिखा। भगतसिंह रोड बाजार जैसी स्थित कमोबेश हर बाजार की रही। रुड़की रोड, नईमंडी, सदर बाजार समेत अन्य बाजारों में जमकर भीड़ उमड़ी और कायदे-कानूनों की धज्जियां उड़ाती रही।

ईद के मद्देनजर उमड़े ग्राहक

आज मनाए जाने वाली ईद के मद्देनजर भी बाजारों में भीड़ देखी गई। जूते, चप्पल, बर्तन व कपड़ों की दुकानों पर ईद की खरीदारी करने वालों की भीड़ लगी रही।


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