पिता के बलिदान ने पैदा किया देश सेवा का जज्बा
मुजफ्फरनगर : भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के बाद शहर पहुंचे हितेश कुमार ने शहीद फ
मुजफ्फरनगर : भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के बाद शहर पहुंचे हितेश कुमार ने शहीद फौजी पिता बचन ¨सह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। हितेश ने कहा कि पिता के बलिदान ने उसके भीतर देश सेवा का जज्बा पैदा किया, जबकि मां कामेश बाला का संघर्ष जीवन की प्रेरणा बना है।
पचेंडा कलां के रहने वाले बचन ¨सह कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। पति की शहादत के बाद अकेली पड़ी पत्नी कामेश बाला ने हार नहीं मानी। दो जुड़वां बच्चों हितेश और हेमंत कुमार की परवरिश की। बड़े बेटे हितेश के भीतर पिता की तरह फौजी बनने ललक थी। शनिवार को उसकी यह इच्छा पूरी हो गई। रविवार को शहर पहुंचे हितेश कुमार ने शहीद फौजी पिता बचन ¨सह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद हितेश अपने परिजनों के साथ पैतृक गांव पचेंडा कलां पहुंचे और पिता के नाम से बनी समाधि पर पुष्पाजलि अर्पित की। इस दौरान चरण ¨सह, प्रशांत कुमार, नकुल प्रधान, वेदपाल, अर्जुन, सुभाष, नवीन बाटा, अमित चौधरी, गुड्डू आदि मौजूद रहे।