अन्नपूर्णा फर्म होगी ब्लैक लिस्ट, एडीएम ई की प्रकरण में संलिप्तता
क्वारंटाइन केंद्रों पर भेजी गई गई सूखी खाद्यान्न किट और तैयार भोजन प्रकरण में मंत्रियों ने अधिकारियों से जवाब तलब किया। दो घंटे से अधिक चली बैठक में बिदुवार जवाब मांगे गए। प्राथमिक जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया। बैठक के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने मीडिया को बताया कि इस
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। क्वारंटाइन केंद्रों पर भेजी गई गई सूखी खाद्यान्न किट और तैयार भोजन प्रकरण में मंत्रियों ने अधिकारियों से जवाब-तलब किया। दो घंटे से अधिक चली मैराथन बैठक में बिदुवार जवाब मांगे गए। प्राथमिक जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया। बैठक के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने मीडिया को बताया कि पूरे प्रकरण में प्रशासन की घोर लापरवाही और अनियमितता सामने आई है। वित्तीय अनियमितता की जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व कर रहे हैं। संबंधित फर्म अन्नपूर्णा को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। पूरे मामले में एडीएम प्रशासन अमित सिंह की प्रथम दृष्ट्या भूमिका सही नहीं दिखी रही।
बुधवार सुबह 11 बजे विकास भवन में केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, राज्यमंत्री विजय कश्यप समेत विधायकों और डीएम सेल्वा कुमारी जे व एसएसपी अभिषेक यादव के बीच बैठक हुई। मंत्रियों ने खाद्यान्न घोटाले को लेकर बिदुवार अधिकारियों से जवाब मांगे। अधिकारियों से खाद्यान्न प्रकरण से संबधित आंकड़े लिए गए। डा. संजीव बालियान ने बताया कि वित्तीय अनियमितता ज्यादा नहीं है। इसकी जांच एडीएमएफ आलोक कुमार कर रहे हैं। तहसीलदार पुष्करनाथ चौधरी को निलंबित किया जा चुका है।
एडीएम प्रशासन अमित सिंह और एसडीएम सदर अशोक कुमार के खिलाफ जांच बैठी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में गलत तरीके से टेंडर अन्नपूर्णा फर्म को दिया गया, जिसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। अधिकारियों को जल्द ही जांच रिपोर्ट देने को कहा है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अभी तक फर्म को 2.92 लाख रुपये भुगतान हुआ है। डा. बालियान ने माना कि अधिकारी इस मामले में जवाबदेही से बचते रहे, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था। इससे जनपद की छवि समाज में नकारात्मक गई हैं।
प्रशासन ने खरीदी 11 हजार किट
क्वारंटाइन किए गए लोगों के लिए प्रशासन ने 11 हजार राशन किट खरीदी हैं। इनमें से बुढ़ाना में 1400, जानसठ में 600, खतौली में 250, सदर में 1200 व शहर के लिए 750 राशन किट खरीदी गईं। शेष किट जरूरत के हिसाब से विभिन्न केंद्रों पर भेजी गईं। अन्नपूर्णा फर्म से केवल 650 किट 645 रुपये प्रति किट के हिसाब से खरीदी गई, जिसमें से 450 किट का भुगतान सरकार की ओर से किया गया है। शेष भुगतान पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा प्रशासन को 1500 किट शुगर मिल, 200 भट्ठा स्वामियों, 2800 औद्योगिक इकाइयों की ओर से उपलब्ध कराई गई।