साजिश से इन्कार, विस्फोटक पर फंसा पेच
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर : कच्ची सड़क पर हुए विस्फोट को लेकर अफसर साजिश से इन्कार कर रहे हैं, लेकि
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर : कच्ची सड़क पर हुए विस्फोट को लेकर अफसर साजिश से इन्कार कर रहे हैं, लेकिन विस्फोटक पर पेच फंसा है। यह शक्तिशाली विस्फोटक कहां से आया, इसकी तस्दीक करने के लिए कई टीमों को लगाया गया है। पुलिस के साथ एटीएस व बीडीएस के अलावा क्राइम ब्रांच भी जांच में लगी है। बम निरोधक दस्ते ने कबाड़ी की दुकान पर गहनता से छानबीन की है। मंजर इतना भयावह था कि निसार के शरीर के चिथड़ों को जमीन और छत से खुरच कर निकाला जा सका।
नवाजिश किराए पर दुकान देने से परहेज करता था, लेकिन किसी तरह निसार ने दुकान किराए पर ले लिया था। निसार यहां केवल छोटा-मोटा कबाड़ इकट्ठा करता था, जबकि बड़े माल को चक्कर वाली सड़क पर बने गोदाम में रखता था। यह गोदाम पार्टनर का बताया जा रहा है। सुबह भी निसार विस्फोटक वस्तु से पीतल निकालने में लगा था। उसे मालूम नहीं था कि वह किस चीज पर हथौड़ा बजा रहा है। विस्फोट के बाद पलभर में कच्ची सड़क का नजारा बदल गया। विस्फोट की जितनी तेज आवाज थी, उससे अधिक वह खतरनाक साबित हुआ। वस्तु को हाथ में लेकर तोड़ रहे निसार के दोनों पैर, हाथ मांस के लोथड़ों में तब्दील हो गए। उसकी खोपड़ी के बाल भी दुकान की छत पर चिपक गए। जांच करने पहुंची एटीएस, बम निरोधक की टीम को भी साक्ष्य जुटाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दीवारों, नाले की स्लैब पर पड़ा खून, हाथों की उंगलियां भयावह मंजर को बयां कर रहे हैं। बम निरोधक दस्ते के आठ सदस्यीय दल ने करीब एक घंटे तक छानबीन की है। कबाड़ी की दुकान पर रखे प्रत्येक सामान की गहनता से जांच की गई। कबाड़ से भरे प्लास्टिक के कट्टों व पॉलीथिन आदि की जांच की गई। डीआइजी ने भी विस्फोटक के पदार्थ के टुकड़ों को बारीकी से देखा और अधिकारियों को निर्देश दिए। डीआइजी शरद सचान ने फिलहाल हादसे के पीछे साजिश के होने से इन्कार किया है, लेकिन विस्फोटक पर पेच फंसा हुआ है। विस्फोटक पदार्थ मिसाइल था या डिफ्यूज बम, इसकी एटीएस, बम निरोधक दस्ते के साथ क्राइम ब्रांच भी जांच करने में लगी है। मामले की सिविल लाइन थाने में लिखा-पढ़ी की गई। कुछ दूर चला डॉग, फिर गाड़ी में बैठा
मुजफ्फरनगर : बम निरोधक दस्ता डॉग स्क्वाड के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचा था। अधिकारियों ने फुल ड्रेस में निरीक्षण किया। डॉग स्क्वाड भी दुकान पर पहुंचा और विस्फोटक के निशानों को सूंघकर आगे बढ़ गया। इसके बाद डॉग स्क्वाड भी पूरी तफ्तीश करने में विफल रहा। एक राउंड के बाद ही डॉग स्क्वाड वैन में सीट पर जाकर बैठ गया।
सबसे बाद में पहुंची क्राइम ब्रांच
मुजफ्फरनगर : दुर्घटनास्थल पर एटीएस की टीमों के जांच करने के बाद क्राइम ब्रांच के अधिकारी दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और निसार की दुकान का शटर उठाकर जांच की है। क्राइम ब्रांच की टीम ने करीब 20 मिनट तक मौके पर ठहरकर जांच-पड़ताल की है। इसके अलावा आसपास के लोगों से भी जानकारी ली गई।