Move to Jagran APP

तहसीलदार कोर्ट का किया बहिष्कार

बार संघ जानसठ ने गुरूवार से तहसीलदार न्यायालय का बहिष्कार करने की घोषणा की है। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर तहसीलदार ने

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 11:11 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:20 AM (IST)
तहसीलदार कोर्ट का किया बहिष्कार
तहसीलदार कोर्ट का किया बहिष्कार

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बार संघ जानसठ ने गुरुवार से तहसीलदार न्यायालय का बहिष्कार करने की घोषणा की है। अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर तहसीलदार ने आरोप को नकारते हुए बार संघ पर दवाब बनाने का आरोप लगाया है।

loksabha election banner

गुरुवार को बार संघ की एक आपात बैठक अध्यक्ष प्रदीप गर्ग की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अधिवक्ताओं ने तहसीलदार अमित कुमार पर अभद्र व्यवहार करने व कानूनी दलीलों को नकारते हुए मनमाने तरीके से वादों का निस्तारण करने का आरोप लगाया। कई अधिवक्ताओं द्वारा इसी तरह के आरोप लगाने में बैठक में सर्वसम्मति से तहसीलदार न्यायालय का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। साथ ही तय किया गया कि इस मामले को लेकर सोमवार को बार संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिलकर वार्ता करेगा। तब तक तहसीलदार न्यायालय से जुड़े न्यायिक कार्यों का बहिष्कार रखा जाएगा। बार संघ सचिव ज्ञानचंद सैनी, सोनी गुर्जर, यशवंत कांबोज, दीपेश गुप्ता, रोशनलाल, शशि सैनी, जितेंद्र कुमार, प्रदुमन भेंटवाल, अनुज कंसल, जावेद हुमायू, अजादार जैदी जुल्फकार व हसीन हैदर आदि अधिवक्ता मौजूद रहे। दूसरी ओर तहसीलदार ने बार संघ के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वादों का निस्तारण नियमानुसार किया जाता है। न्यायिक कार्यों में दवाब बनाने के लिए उन पर इस तरह के आरोप लगाए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.