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वकीलों ने तालाबंदी कर ठप किया कामकाज

तहसील के गांव काटकर नई तहसील बनाए जाने को लेकर वकीलों ने सोमवार को जमकर हंगामा करते हुए तहसील परिसर के सभी कार्यालयों की तालाबंदी कर कामकाज ठप्प कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 08:13 PM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 08:13 PM (IST)
वकीलों ने तालाबंदी कर ठप किया कामकाज
वकीलों ने तालाबंदी कर ठप किया कामकाज

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बुढ़ाना तहसील के गांव काटकर नई तहसील बनाए जाने को लेकर वकीलों ने सोमवार को जमकर हंगामा करते हुए तहसील परिसर के सभी कार्यालयों की तालाबंदी कर कामकाज ठप किया। वकील और दस्तावेज लेखकों समेत टाइपिस्ट आदि भी मुख्य द्वार पर ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान तहसील में अपने कार्यों के लिए आए लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।

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सिसौली को नई तहसील बनाने के प्रक्रिया का विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को वकीलों की हड़ताल के आठवें दिन जमकर हंगामा हुआ। सभी वकील अपने चेंबर बंद कर नारेबाजी करते हुए रजिस्ट्री कार्यालय, तहसीलदार, एसडीएम व चकबंदी कार्यालयों पर पहुंचे। उन्होंने सभी कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों को बाहर करते हुए तालाबंदी कर दी। उसके बाद उन्होंने मुख्य द्वार का ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। वकीलों ने बताया कि नई तहसील का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। बुढ़ाना तहसील 98 गांव की सबसे छोटी तहसील है। सिसौली से करीब दस किमी के दायरे में है। उन्होंने कहा कि सिसौली में ब्लाक, थाना व मुख्य बैंक की शाखा तक नहीं है। अन्य स्थानों से आवागमन के लिए भी सीधा साधन न होने से ऐसे स्थान का चयन करना किसी राजनीति के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा कि सदर तहसील के 266 गांव से काटकर चरथावल को नई तहसील बनाया जाना चाहिए। इस दौरान बार संघ के अध्यक्ष बाबू सिंह राठी, ईश्वर दयाल संगल, विनोद त्यागी, शोसिंह राणा, अभिषेक गोयल, दिनेश आर्य, अनिल, अशोक, फिरोज समेत सभी वकील व दस्तावेज लेखक मौजूद रहे।


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