नवग्रह शनिधाम के व्यवस्थापक उत्तम गिरी हरिद्वार में ब्रह्मलीन
तीर्थनगरी शुकतीर्थ में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी द्वारा स्थापित नवग्रह शनिधाम के व्यवस्थापक स्वामी उत्तम गिरी महाराज बीते शुक्रवार शाम को हरिद्वार में अखाड़े में ब्रह्मलीन हो गए। शनिवार को उन्हें नीलधारा में जल समाधि दी गई। संत के ब्रह्मलीन होने से नगरी के साधु-संतों शोक व्याप्त है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी द्वारा स्थापित नवग्रह शनिधाम के व्यवस्थापक स्वामी उत्तम गिरी महाराज बीते शुक्रवार शाम को हरिद्वार में अखाड़े में ब्रह्मलीन हो गए। शनिवार को उन्हें नीलधारा में जल समाधि दी गई। संत के ब्रह्मलीन होने से नगरी के साधु-संतों शोक व्याप्त है।
हनुमत धाम के महामंडलेश्वर स्वामी केशवानंद महाराज बताते हैं कि स्वामी उत्तम गिरी जी महाराज के ब्रह्मलीन होने से संत समाज को निश्चित ही क्षति हुई है। उनके द्वारा निर्मित नवग्रह शनिधाम ने तीर्थनगरी की शोभा बढ़ाई है।
गीता आश्रम के स्वामी गीतानंद तीर्थ महाराज का कहना है कि स्वामी उत्तम गिरी जी महाराज स्पष्ट और कड़क बोलने वाले संत थे। शिव कल्याण आश्रम के स्वामी गीतानंद गिरी महाराज, आनंद स्वरूपानंद सरस्वती, सूर्यप्रकाश महाराज, बाबा कृपाल दास महाराज, मां पूर्णागिरी मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी गोपाल दास महाराज, कथा व्यास आचार्य अजय कृष्ण महाराज आदि ने उनके ब्रह्मलीन होने पर शोक प्रकट किया है। नगरी के कई संतों ने हरिद्वार पहुंचकर उनकी अंतिम क्रिया में भाग लिया।