मीटू बयां करने वाली महिलाएं साहसी : राहुल रॉय
महिलाओं के शोषण व राजनीति पर रखी बेबाक राय। एन्कायलॉ¨जग स्पांडिलाइटिस पर हुए कार्यक्रम में पहुंचे।
मुजफ्फरनगर : सिनेमा जगत के मशहूर अभिनेता राहुल रॉय ने कहा कि 'मीटू' अभियान के जरिए आप बीती, शोषण के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाएं साहसी हैं। उन्होंने अपना दर्द दुनिया के सामने रखा और कुछ लोगों को बेनकाब किया। कहा कि मोदी सरकार ने देश-दुनिया में भारत की छवि सुधारी है। वह फिल्मी पर्दे पर नौ साल बाद वापसी कर रहे हैं, उम्मीद तो बहुत हैं, लेकिन दर्शकों के प्यार की जरूरत है।
हाईवे स्थित एक होटल में एन्कायलॉ¨जग स्पांडिलाइटिस पर जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल रॉय ने कहा कि बॉलीवुड में का¨स्टग काउच जैसे मामलों में महिला शोषण के कई किस्से सामने आए हैं। मीटू अभियान से शोषण करने वालों के चेहरे दुनिया के सामने आए हैं। इसके लिए आवाज बुलंद करनी वाली महिलाओं को वह सलाम करते हैं। राजनीति में उथल-पुथल के दौर पर कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम ही सही स्थिति स्पष्ट करेंगे। फिल्मों से दूरी पर कहा कि 'आशिकी' फिल्म के बाद उनके कुछ फैसले करियर के लिहाज से गलत साबित हुए हैं। अब वह नौ साल बाद वापसी कर रहे हैं, जिनसे काफी उम्मीदें हैं। बॉलीवुड में कुछ नए युवाओं की एंट्री से अच्छे कलाकार सिनेमा जगत को मिल गए हैं। कार्यक्रम में चिकित्सकों ने कहा कि इंसान किसी भी बीमारी से कम हौसला छोड़ने से अधिक हारता है। पल्लवी कुमार, नॉर्दर्न रेलवे के एडीएमओ डॉ. तुषार, डॉ. तारिक फीजियो ने कहा कि एन्कायलॉ¨जग स्पांडिलाइटिस से ग्रसित मरीज अमूमन ठीक प्रकार से न चल पाने की वजह से तनाव में रहते हैं, कभी-कभी वह आत्मघाती कदम तक उठा लेते हैं। इसका इलाज संभव है, केवल सही समय में उसकी पहचान होना जरूरी है। अभिनेता राहुल रॉय ने कहा कि मुश्किलों में कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।