शाम ढलते ही आपका गांव भी एलइडी लाइट से हो सकेगा रोशन, जानें प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी को क्या करना होगा
Moradabad Development News पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह का गांव शाम होते ही एलइडी स्ट्रीट लाइटों के जगमग हो जाता है। यदि प्रधान और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चाहे तो आपका गांव भी शाम ढलते ही दूधिया रोशनी से जगमग होने लगेगा।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Development News : पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह का गांव शाम होते ही एलइडी स्ट्रीट लाइटों के जगमग हो जाता है। यदि प्रधान और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चाहे तो आपका गांव भी शाम ढलते ही दूधिया रोशनी से जगमग होने लगेगा। प्रदेश के अन्य गांव में भी एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने के लिए शासन प्रस्ताव मांगे हैं। ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मिलते ही एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाए जाने का काम शुरू होगा। इसका खर्चा ग्राम पंचायतों को ही अपनी निधि से देना होगा।
प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी जिला पंचायत राज अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि गांव में प्रकाश व्यवस्था कराना ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी है। इसलिए प्रकाश व्यवस्था पर राज्य और केंद्रीय वित्त आयोग की धनराशि से ग्राम पंचायतें एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवा सकती हैं। ग्राम पंचायत इन दिनों पंचायत घर और सार्वजनिक शौचालय में काफी धन खर्च कर रही हैं। ऐसे में क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायतें गांवों में एलइडी स्ट्रीट लाइटें लगवाने का काम करा सकती हैं। तीन स्तर से लगने वाली स्ट्रीट लाइटों की जियो टैगिंग होगी। इससे डुप्लीकेसी को रोका जा सकेगा।
एनर्जी एफिशिएसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइटें लगवाने का काम कर रहा है। माडल के तौर पर ईईएसएल ने यूपी के दो गांवों में एलईडी लाइटें लगवाने का काम किया है। इनमें मुरादाबाद में पंचायती राज मंत्री का गांव है। दूसरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में जिस गांव को गोद ले रखा है। उन दोनों ही गांव को एलइडी स्ट्रीट लाइटों से जगमग कर दिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी आनंद वर्धन ने बताया कि जिला पंचायत राज अधिकारी के माध्यम से किसी भी ग्राम पंचायत का प्रस्ताव भिजवाया जा सकता है। ईईएसएल गांव का सर्वे कराकर एलइडी स्ट्रीट लाइटें लगवा देगा। ऐसी स्ट्रीट लाइटें लगवाने को प्राथमिकता दी जाएगी, जो सेंसर के जरिए शाम ढलते ही जलने लगें, जैसे ही सुबह होगी लाइटें खुद ही बंद हो जाएंगी।एनर्जी एफिशिएसी सर्विसेज लिमिटेड के मंडलीय अभियंता अखिल कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव आने पर हम सर्वे कराने के बाद एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगवाएंगे। हमारी कोशिश यह है कि सेंसर से जलने और बुझने वाली स्ट्रीट लाइटें गांवों में लगेंगे। इससे गांवों में अपराध पर अंकुश लगेगा।