बीएसएनएल के थ्री जी कनेक्शन में मिलेगा फोर जी का मजा, जानिये कैसे
बीएसएनएल टू जी थ्री जी और फोर जी की सेवाएं दे रहा है। लेकिन फोर जी की सेवा देने के लिए उसके पास ज्यादा लाइसेंस नहीं है। इसके चलते वह देश के ज्यादातर शहरों में फोर जी सेवा नहीं दे पा रहा है। ऐसे में उसने नई योजना निकाली है।
मुरादाबाद, जेएनएन। जल्द ही बीएसएनएल के थ्री जी कनेक्शन पर आपको फोर जी की स्पीड का मजा मिलने वाला है। दरअसल, बीएसएनएल के पास फोर जी का सभी क्षेत्रों के लिए लाइसेंस नहीं हैं। ऐसे में बीएसएनएल ने थ्री जी की स्पीड को बढ़ाने की ओर कदम बढ़ाया है। इसके लिए आप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) को सहायक बनाया जाएगा।
बीएसएनएल को देश के कई क्षेत्रों में फोर जी का लाइसेंस नहीं मिला है। मोबाइल उपभोक्ता अभी थ्री जी नेटवर्क पर इंटरनेट चला रहे हैं। जिसकी अधिकतम गति आठ मेगाबाइट प्रति सेकेंड (एमबीपीएस) है। जबकि फोर जी की गति 50 एमबीपीएस होती है। बीएसएनएल को प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए थ्री जी में फोर जी की गति देना मजबूरी है। वर्तमान में बीएसएनएल के सभी मोबाइल टावर को ओएफसी के द्वारा मुख्य एक्सचेंज से जोड़ा गया है। इसके माध्यम से थ्री जी संचालित करने के लिए इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। बीएसएनएल ने थ्री जी की गति बढ़ाने की योजना तैयार की है। मुख्य एक्सचेंज से जुड़े ओएफसी के द्वारा आठ एमबीपीएस के स्थान 50 एमबीपीएस की स्पीड उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे थ्री जी की गति बढ़कर 50 एमबीपीएस हो जाएगी और इंटरनेट की गति बढ़ जाएगी। मुरादाबाद जिले में बीएसएनएल के 341 स्थानों पर मोबाइल टावर लगे हुए हैं। शहरी क्षेत्रों के मोबाइल टावर में थ्री जी सिस्टम उपलब्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों के टावर में टू जी सिस्टम लगा हुआ है। इन टावरों में टू जी इंटरनेट की गति को भी बढ़ाया जाएगा। महाप्रबंधक संजय प्रसाद ने बताया कि थ्री जी नेटवर्क की गति बढ़ाने पर काम चल रहा है। शीघ्र ही थ्री जी भी 50 एमबीपीएस के गति से चलना शुरू हो जाएगा।