पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की ये बातें जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान, ममता ने पहले ही कर दी थी घोषणा
ममता ने कहा था कि सत्ता में दोबारा वापस आने पर शपथ से पहले राजीव कुमार को कोलकाता में पुलिस आयुक्त का पद मिलेगा।
सम्भल (सचिन चौधरी)। कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कितने करीबी हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीन साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान आयोग ने उन्हें पुलिस आयुक्त पद से हटा दिया था। तब ममता ने कहा था कि सत्ता में दोबारा वापस आने पर शपथ से पहले राजीव कुमार को कोलकाता में पुलिस आयुक्त का पद मिलेगा। चुनाव बाद ऐसा ही हुआ। उन्होंने सरकार बनते ही राजीव को फिर से पुलिस आयुक्त बना दिया था।
ममता का करीबी है राजीव का परिवार
कभी कांग्रेसी नाम से पहचान बना चुका पुलिस आयुक्त राजीव कुमार का परिवार अब ममता का बेहद करीबी माना जाता है। राजीव 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वर्ष 2013 में वह चिटफंड जांच के लिए गठित की गई एसआईटी के अध्यक्ष भी रहे हैं। राजीव को मुख्यमंत्री ममता ईमानदार और मेहनती अधिकारी मानती हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री के गुरु थे पुलिस आयुक्त के दादा
पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के दादा प्रोफेसर स्व. रामसरन शास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के गुरु थे। वर्ष 1924 में काशीपीठ में प्रोफेसर ने पूर्व प्रधानमंत्री को पढ़ाया था। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री ने प्रोफेसर रामसरन शास्त्री को अपना गुरु मानना शुरू कर दिया और पहली बार मुरादाबाद सीट से लोकसभा का चुनाव प्रोफेसर को लड़ाया। मुरादाबाद सीट से वह पहले सांसद भी बने। इसके बाद शास्त्री प्रोफेसर रामसरन के जन्मदिन पर मिलने के लिए मुरादाबाद भी आए थे। तभी से यह परिवार कांग्रेसी माना जाता था।