वाह री पुलिस! स्कूटर सवार का सीट बेल्ट में चालान, जानिए क्या है पूरा मामला Amroha news
अमरोहा में एक बार फिर पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। हुआ यूं कि अमरोहा पुलिस ने एक स्कूटर चालक का सीट बेल्ट में चालान कर दिया।
मुरादाबाद । खबर का शीर्षक पढ़ कर सोच में पड़ गए ना। बात भी सोचने वाली ही है। दोपहिया वाहन और सीट बेल्ट। एक बार तो कुछ समझ में नहीं आता। परंतु अमरोहा पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि दोपहिया वाहन पर सीट बेल्ट नहीं लगाओगे तो चालान काट दिया जाएगा। ऐसी कार्रवाई कर भी दी तथा वाहन स्वामी को इसकी जानकारी भी नहीं हुई। एक सप्ताह बाद जब नोटिस घर पहुंचा तो जानकारी हुई। अब पीडि़त पुलिस अफसरों के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है। जवाब मिलता है कि चालान तो भरना ही पड़ेगा।
क्या था पूरा मामला
नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला शाही चबूतरा में सिराजुद्दीन का परिवार रहता है। उनके पास यूपी 23वाइ 3296 नंबर की स्कूटर है। बीती नौ दिसंबर को उनके घर पुलिस विभाग से नोटिस पहुंचा। साथ ही मोबाइल पर भी मैसेज आया। नोटिस व मैसेज देख कर उनके होश उड़ गए। ट्रैफिक पुलिस द्वारा बीती 30 नवंबर को शाम पांच बजकर नौ मिनट पर उनकी स्कूटर का चालान काटा हुआ दर्शाया गया था। जबकि सिराजुद्दीन का कहना है कि 30 नवंबर को वह स्कूटर लेकर घर से कहीं गए ही नहीं थे। पुलिस ने स्कूटर का चालान सीट बेल्ट न लगाने के आरोप में काटा है। जिसका समन शुल्क 500 रुपये वसूला जाना है। स्कूटर का चालान सीट बेल्ट न लगाने पर काट दिया गया और वाहन स्वामी को आठ दिन बाद नोटिस से जानकारी होती है। इस सारे मामले को देख कर सिराजुद्दीन परेशान हो गए। जिसे भी नोटिस दिखाया वह अचरज में पड़ गया। वाहन स्वामी का आरोप है कि वह सीओ सदर के साथ ही सीओ यातायात के दफ्तर भी गए तथा स्कूटर पर सीट बेल्ट लगाने का चालान दिखाया तो कोई राहत नही मिली। उनका कहना है कि पुलिस कर्मी चालान का जुर्माना भरने को कहते हैं। यानि साफ जाहिर है कि अमरोहा में दोपहिया वाहन चलाना है तो अब सीट बेल्ट भी लगानी होगी।
पूर्व में भी हो चुके हैं मामले
नगर के मुहल्ला कटकुई निवासी तौसीफ चड्डा की बाइक का चालान पांच महीना पहले इलाहाबाद में कर दिया गया था। जबकि वह कभी बाइक से इलाहाबाद गए ही नहीं थे। उनके पास मोबाइल पर आए मैसेज से जानकारी मिली थी। इसके अलावा डिडौली कोतवाली में तैनात सिपाही मदन कुमार के साथ भी ऐसा ही हुआ है। बीते सप्ताह उनकी बाइक का चालान मुरादाबाद में कर दिया गया। मदन कुमार भी मुरादाबाद जाने से इंकार कर रहे हैं
तकनीकी कारणों से ऐसा हुआ
चालान के समय तकनीकी कारणों से ऐसा हुआ होगा। हेलमेट के स्थान पर सीट बेल्ट कर दिया गया होगा। पीडि़त कार्यालय आकर इसकी जांच करा सकते हैं। नियम विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाएगी। अजय कुमार, सीओ सदर।