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Women empowerment : आयुर्वेद को बनाया रोजगार का जरिया, प्रेरित कर देगी शुभिता के संघर्ष की कहानी

Women empowerment शुभिता को पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आत्मनिर्भर भारत आह्वान ने उत्साह दिया। वह अब इस काम से महिलाओं को जोड़ रहीं हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 02:03 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 02:03 PM (IST)
Women empowerment : आयुर्वेद को बनाया रोजगार का जरिया, प्रेरित कर देगी शुभिता के संघर्ष की कहानी
Women empowerment : आयुर्वेद को बनाया रोजगार का जरिया, प्रेरित कर देगी शुभिता के संघर्ष की कहानी

मुरादाबाद (तरुण पाराशर)। कोरोना संक्रमण काल में स्वास्थ्य के प्रति सजग हुए लोगों का घरेलू नुस्खों और आयुर्वेद के प्रति रुझान बढ़ा है। आयुर्वेद का कोर्स कर चुकी शुभिता अग्रवाल ने अवसर के रूप में बदल लिया। रोजगार सृजन के साथ ही महिला सशक्तीकरण और आत्मनिर्भर भारत अभियान में योगदान देना शुरू किया। अपने संसाधन से घर पर ही प्रयोगशाला बनाकर ब्यूटी प्रोडक्ट और घरेलू उपचार के उत्पाद बनाना शुरू कर दिया।

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शुभिता बताती हैं कि यह काम शुरू करने दो साल से सोच रही थी। इसके लिए आयुर्वेदिक औषधि का कोर्स भी किया। मन में डर था कि इतनी बड़ी कंपनियों के सामने हमारे उत्पाद पर लोग भरोसा करेंगे या नहीं। फिर भी ठान लिया था कि कुछ भी इस क्षेत्र में आगे जाना है। मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद जब लोग घरों में बंद हुए तो और पर्यावरण में सुधार की खबरें आने लगी। आयुर्वेद के तरफ बढ़ रहे लोगों के रुझान को देखते वह सपने साकार करने में जुट गई। भरोसा हो गया कि लोगों जब आयुर्वेद की ओर लौट रहे हैं तो हमारे उत्पादों को निश्चित ही बाजार मिलेगा। 

किसानों को भी मिलेगा मौका

आयुर्वेदिक उत्पाद को हर्बल और देसी जड़ी बूटी से तैयार किया जा रहा है। आगे काम बढ़ाने के लिए किसानों के साथ आर्गेनिक और आयुर्वेद के काम आने वाले जड़ी-बूटी उगाने के लिए अनुबंध किया है। इससे किसानों को खेती की नई तकनीकी मिलेगी, मुनाफा अधिक होगा तो उनकी स्थिति भी सुधरेगी।

ये उत्पाद किए तैयार

शुभिता अग्रवाल ने बताया कि अभी आयुर्वेदिक सौंदर्य आइटम के साथ, छोटे-छोटी बीमारियों जैसे जोड़ और घुटने का दर्द, खांसी-बुखार आदि के लिए दवा तैयार की हैं। इन्हेंं बनाने के लिए फूलों के अर्क, हल्दी, चंदन, गुलाब जल, पिपरमेंट, गुलाब सहित कई प्रकार के फूल, मुल्तानी मिट्टी सहित अन्य कई प्रकार की मिट्टियां प्रयोग की जा रही है। अभी जो साबुन बनाया है, उसमें झाग बहुत अधिक नहीं होता। इसी प्रकार से बच्चों के लिए प्रोडक्ट बनाए हैं, जो केमिकल वाले उत्पादों से कहीं बेहतर परिणाम दे रहे हैं।

पंजीकरण के लिए कराया आवेदन

शुभिता अग्रवाल ने अपने प्रोडक्ट का नाम नेचुरा रखा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश सरकार से पंजीकरण के आवेदन कर रखा है। उत्पाद के नमूने टेस्टिंग के लिए भेजे हैं। शुभिता के पति मिलिंद अग्रवाल निर्यातक हैं। बजट के लिए अपनी जमा पूंजी लगाई और कुछ अपने पति व ससुर से सहयोग लिया।

नए उद्यमियों के आवेदन आए हैं। , इसमें शुभिता अग्रवाल शामिल है। स्वरोजगार के क्षेत्र में बढऩे के लिए सरकार प्रोत्साहन दे रही है। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

अनुज कुमार, जीएम, जिला उद्योग केंद्र


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