Move to Jagran APP

गर्म होती धरती पर सिमट रही सर्दी, साल दर साल बदल रहा मौसम का मिजाज Moradabad News

साल-दर-साल धरती गर्म होती जा रही है जिस कारण सर्दियों के दिन भी कम हो रहे हैं। दिसंबर से पडऩे वाली कड़ाके की ठंड अब आते-आते जनवरी लगा देती है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 10:40 AM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 10:40 AM (IST)
गर्म होती धरती पर सिमट रही सर्दी, साल दर साल बदल रहा मौसम का मिजाज  Moradabad News
गर्म होती धरती पर सिमट रही सर्दी, साल दर साल बदल रहा मौसम का मिजाज Moradabad News

मुरादाबाद (प्रांजुल श्रीवास्तव)। साल-दर-साल धरती गर्म होती जा रही है, जिस कारण सर्दियों के दिन भी कम हो रहे हैं। दिसंबर से पडऩे वाली कड़ाके की ठंड अब आते-आते जनवरी लगा देती है। सर्दियां आती भी हैं तो सिर्फ एहसास कराकर चली जाती हैं। तेजी से बदल रही जलवायु के कारण हर साल दिसंबर का तापमान बढ़ रहा है। जिस कारण दिसंबर से सर्दियां भी गायब हो रही हैं।

loksabha election banner

पिछले साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल दर साल तापमान में एक से दो डिग्री का इजाफा ही हुआ है। खासकर न्यूनतम तापमान में इजाफा दर्ज किया गया है। 2009 के आंकड़ों को देखें तो 31 दिसंबर को सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया था। इस दिन 5.9 न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ था। इसके बाद साल गुजरने के साथ पारा लगातार ऊपर ही चढ़ रहा है।

लगातार खिल रही धूप खत्म कर रही सर्दियां

सर्दियों में इन दिनों में धूप तो किस्मत से ही नसीब होती है। इस सीजन की बात करें तो दिसंबर में सिर्फ पिछले गुरुवार को ही बारिश के कारण धूप नहीं खिली थी। इसके अलावा लगातार धूप खिल रही है, जिस कारण अधिकतम तापमान 24 से 26 डिग्री के बीच रह रहा है।

बारिश का न होना

अभी तक सर्दियों में ठीक-ठाक बारिश हो जाती थी लेकिन, यह भी कम हो रही है। इस सीजन में सिर्फ एक दिन बारिश हुई बाकी के दिन बादल बनकर चले गए। जिस कारण मौसम में बदलाव हो रहा है।

पछुआ हवा का अनियंत्रित होना

जिला मौसम विज्ञान केंद्र प्रभारी निसार अहमद का कहना है कि पछुआ हवा अपने साथ ठंड और बारिश लेकर आती थी लेकिन, इस बार ये हवा अनियंत्रित है। पिछले दिनों हवा के कारण बादल जैसी स्थिति बनी थी लेकिन, अब अगले सप्ताह तक बारिश की संभावना नहीं है।

2009 से अब तक दिसंबर के सबसे ठंडे व गर्म दिन

साल अधि. तापमान (तारीख) न्यून. तापमान (तारीख)

2009 24.9 (14) 5.6(31)

2010 25.9 (08) 6.0(23)

2011 26.5 (04) 6.5(16)

2012 25.7 (07) 3.8(28)

2014 28.2 (02) 4.0(24)

2015 29.2 (01) 6.0(21)

2016 28.5 (01) 7.5(22)

2017 28.2 (11) 5.0(19) 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.