उत्पीड़न के विरोध में उठाएंगे आवाज, 25 नवंबर से आंदोलन करेंगे वेंडर
रेहड़ी पटरी वालों का कहना है कि वे आर्थिक तंगी झेल रहे हैं लेकिन न तो नगर निगम ध्यान दे रहा और न ही जिला प्रशासन। इस कारण उन्हें मुसीबत झेलनी पड़ रही है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
मुरादाबाद, जेएनएन। रेहड़ी पटरी वालों का उत्पीड़न रोकने के लिए जीविका बचाओ संघर्ष समिति ने आंदोलन का निर्णय लिया है। 25 नवंबर को डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने और भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई है।
संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल कई बार नगर आयुक्त और जिलाधिकारी से मिल चुका है। उन्होंने पुलिस द्वारा लाठी डंडों से पीटकर रेहड़ी पटरी वालों को खदेड़ने की शिकायत की थी। रेहड़ी पटरी वालों का कहना है कि कोरोना के कारण ठप हुआ कारोबार अभी तक पटरी पर नहीं लौटा है। 50 साल की उम्र में वे कौन सी मजदूरी कर लेंगे। सिर्फ रेहड़ी पटरी वालों से ही परेशानी क्यों है। शहर भर में जाम के कई कारण हैं उन्हें क्यों नहीं देखा जाता। पक्की दुकानों के सामने सामान रखने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है । इस पर ध्यान आखिर क्यों नहीं दिया जा रहा है। उनका कहना है कि जब 18 हजार वेंडर चयनित हो चुके हैं तो उन्हें जगह उपलब्ध कराई जाएं। अभी केवल मॉडल वेंडिंग जोन के तहत कुक्कुटशाला रोड पर ही 50 लोगों को पोर्टेबल दुकानें दी गई हैं। शहर भर में 14 बिल्डिंग तीन साल पहले चयनित किए गए थे। वेंडिंग जोन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि रेहड़ी पटरी वालों का बायोमेट्रिक से लेकर भौतिक सत्यापन भी हो चुका है। अध्यक्ष हर किशोर ने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो हड़ताल और प्रदर्शन लंबे समय तक चलेगा। रेहड़ी पटरी वाले आर्थिक तंगी झेल रहे हैं लेकिन न तो नगर निगम ध्यान दे रहा और न ही जिला प्रशासन। इस कारण पुलिस का उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है।