रामपुर में फिर नजर आए जंगली हाथी, वनकर्मियों ने बरेली खदेड़ा Rampur News
बिलासपुर। जंगली हाथी एक बार फिर जिले की सीमा पर नजर आए। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
रामपुर । बिलासपुर में जंगली हाथी एक बार फिर जिले की सीमा पर नजर आए। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। हालांकि, वन कर्मियों ने इन्हें फिर बरेली जिले की सीमा में खदेड़ दिया है। वन विभाग के अधिकारी कई दिन से हाथियों को क्षेत्र से भगाने की कोशिश में लगे हैं। क्षेत्र में पिछले छह दिन से जंगली हाथियों ने आतंक मचा रखा है, जिससे ग्रामीण बुरी तरह से डरे हुए हैं। जंगली हाथियों के क्षेत्र की सीमा में वापस देखे जाने पर ग्रामीणों में फिर दहशत व्याप्त हो गई। ग्रामीण अपनी जरूरत के काम करने के लिए भी नहीं जा रहे हैं। वहीं स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राएं भी काफी परेशान हैं। जंगली हाथियों ने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया तथा वहीं दो गंभीर रूप से घायल हैं। लोगों का कहना है कि वन विभाग लोगों की जान की परवाह नहीं कर रहा है। ग्रामीण रात भी दहशत में गुजार रहे हैं। वन विभाग के वन संरक्षक मुरादाबाद सुरेश कुमार यादव, डीएफओ एके कश्यप, रेंजर राधेश्याम ने गुरुवार की रात पटाखे छोड़कर एवं मशाल जलाकर दोनों हाथियों को बरेली क्षेत्र के गांव मिजरपुर की ओर भगाया है। जिला वन अधिकारी एके कश्यप का कहना है कि वन विभाग पूरी कोशिश कर रहा है कि हाथियों को वहीं पहुंचा दिया जाए, जहां से आए हैं। हाथी नेपाल से आए थे। उन्होंने कहा कि अब हाथी रामपुर की सीमा से दूर जा चुके हैं। फोटो खींचने पर भड़के हाथी, भगदड़ में छह लोग जख्मी नेपाल से रास्ता भटककर पीलीभीत के रास्ते मीरगंज तहसील क्षेत्र पहुंचे दो नेपाली हाथी शुक्रवार को एक बार फिर आक्रामक हो गए। फोटो खींचने के लिए ग्रामीण करीब पहुंचे तो हाथी चिंघाड़कर हमलावर होने लगे। भगदड़ मच गई, जिसमें छह लोग जख्मी हो गए। मौके पर मौजूद वन विभाग के अधिकारियों ने भीड़ को हटाया। उनका कहना है कि सेल्फी व फोटो खींचने के लिए भीड़ हाथियों के करीब पहुंच रही। इसीलिए वे हमलावर हो रहे हैं। इन्हें काबू करने और वापस नेपाल बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए दुधवा नेशनल पार्क से चार प्रशिक्षित हाथी पहुंच चुके हैं।