आखिर क्यों गुस्से में हैं किसान, जानिये उसका कारण
मुरादाबाद। भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक स्व.महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के बाद
मुरादाबाद। भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक स्व.महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने के बाद किसानों में भारी गुस्सा है। उनके द्वारा विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। प्रतिमा को तोड़ने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने सम्भल में बहजोई कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया और एडीएम को ज्ञापन सौंपा।
इलाहाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा झबुआ में लगी किसान नेता बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस बात की जानकारी जब से भारतीय किसान यूनियन को हुई है तब से उसमें जबरदस्त गुस्सा है। गत गुरुवार को बहजोई कलेक्ट्रेट पर भाकियू कार्यकर्ता प्रदेश महासचिव बिजेंद्र ¨सह यादव एवं जिलाध्यक्ष शंकर ¨सह यादव के नेतृत्व में भारी संख्या में किसान एकत्र हुए। उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। कहा कि सरकार ने ही किसानों के मसीहा की प्रतिमा को गिराने का काम किया है, जिसका खामियाजा उसको आगामी लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। यह कहना था किसानों का
किसान नेताओं का कहना था कि सरकार ने बाबा टिकैत की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ कर किसानों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाई है और किसान विरोधी होने का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के साथ खंडित प्रतिमा को पुन: यथास्थान पर स्थापित करने की मांग उठाई। यह दी चेतावनी
भारतीय कार्यकर्ता अगले चरण में रेल व सड़क रोक कर किसानों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वालों के विरुद्ध आंदोलन जारी रखेंगे। अंत में उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम संबोधन ज्ञापन अपर जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को सौंपा।