Move to Jagran APP

क्रय केंद्र में होता रहा इंतजार, गेहूं पहुंच गया बार्डर पार, जानिए क्या है पूरा मामला Moradabad News

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आय दोगुना करने की बात कह रहे हैं। वहीं किसान सरकार की बातों से सहमत नहीं है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 01:11 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 09:04 AM (IST)
क्रय केंद्र में होता रहा इंतजार, गेहूं पहुंच गया बार्डर पार, जानिए क्या है पूरा मामला Moradabad News
क्रय केंद्र में होता रहा इंतजार, गेहूं पहुंच गया बार्डर पार, जानिए क्या है पूरा मामला Moradabad News

मुरादाबाद, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आय दोगुना करने की बात कह रहे हैं। वहीं किसान सरकार की बातों से सहमत नहीं है। शायद इसके चलते इस बार जनपद को मिला गेहूं खरीद का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया।

loksabha election banner

अच्छा दाम मिलने पर किसानों ने किया किनारा

क्रय केंद्रों में प्रभारी किसानों का गेहूं लेकर आने का इंतजार ही करते रहे,वहीं किसान अच्छे दाम मिलने पर हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के बार्डर पार अपना गेहूं भेजने में जुटे रहे। किसानों से गेहूं खरीदने के लिए मार्च से सरकार ने निर्देश जारी किए थे। लेकिन अप्रैल आधा बीत जाने के बाद किसानों का गेहूं क्रय केंद्रों में पहुंचना शुरू हुआ। किसानों से शतप्रतिशत गेहूं खरीद के लिए शासन ने निर्देश दिए थे। इसके लिए यह भी कहा गया था कि अफसर गांव में किसानों के घर जाकर उन्हें गेहूं क्रय केंद्र में लाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। लेकिन सरकार के निर्देशों का केवल कागजों में अनुपालन सुनिश्चित होता रहा।

फाइलें निपटाने में व्यस्त रहे अफसर

अफसर कार्यालयों में फाइलों को निपटाने में व्यस्त रहे, वहीं किसानों ने भी क्रय केंद्रों से दूरी बनाकर रखी। तीन माह बाद हालात यह हो गए कि शासन से मिले लक्ष्य के अनुरूप पचास फीसद तक भी अफसर गेहूं की खरीद नहीं पूरी कर पाए। हालांकि मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के द्वारा बार-बार लक्ष्य को पूरा करने की बात कही गई, वहीं क्रय केंद्रों का स्वयं जिलाधिकारी ने भी औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी किसानों ने अफसरों को आइना दिखा दिया।

20 हजार मीट्रिक टन बढ़ाया गया था लक्ष्य

गेहूं खरीद के लिए शासन ने इस बात 20 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य बढ़ाकर सौंपा था। बीते वित्तीय वर्ष में 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था,जबकि इस बार शासन ने 70 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया था,लेकिन अफसर इस लक्ष्य के करीब तक नहीं पहुंच पाए। जून माह तक जनपद के 403 क्रय केंद्रों में 28 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो पाई,जो कि अफसरों की सबसे बड़ी नाकामी है।

गेहूं खरीद का विवरण

खरीद केंद्रों की संख्या                   109

संचालित केंद्रों की संख्या               104

गेहूं खरीद का लक्ष्य                       70000 मीट्रिक टन

कुल खरीदा गया गेहूं                      28869 मीट्रिक टन

बीते वित्तीय वर्ष में खरीदा गया गेहूं     44000 मीट्रिक टन

गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या      5927

किए गए पूरे प्रयास

गेहूं खरीद का लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं। इस बार गेहूं की पैदावार भी कम हुई। किसानों ने भी अपना गेहूं दूसरे राज्यों में बेचने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई।

लक्ष्मीशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.