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Vivah Muhurat 2023 : नए साल में बैंड-बाजा-बरात के लिए मिलेंगे 59 शुभ मुहूर्त, जानें कब-कब बजेगी शहनाई

Marriage Shubh Muhurat 2023 कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करने से पहले हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त देखा जाता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में काम करने से विघ्न-बाधाएं नहीं आती हैंं। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा खुशियां रहता है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Tue, 29 Nov 2022 04:59 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 04:59 PM (IST)
Vivah Muhurat 2023 : नए साल में बैंड-बाजा-बरात के लिए मिलेंगे 59 शुभ मुहूर्त, जानें कब-कब बजेगी शहनाई
Marriage in New Year 2023 : शुभ कार्यों के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी है।

Marriage Shubh Muhurat 2023 : कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करने से पहले हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त देखा जाता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में काम करने से विघ्न-बाधाएं नहीं आती हैंं। माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में विवाह करने से व्यक्ति का जीवन हमेशा खुशियां रहता है।

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मांगलिक कार्यों के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी

भारतीय सनातन धर्म एवं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह आदि शुभ कार्यों के लिए शुक्र का उदय होना जरूरी है। 20 नवंबर 2022 से शुक्र उदय हो गए हैं। जिसके बाद मांगलिक कार्य शुरू हो गए हैं। लेकिन, इस बार दिसंबर तक काफी कम मुहूर्त हैं। जिसके चलते मांगलिक कार्य के लिए लोगों को अगले साल यानी 2023 का इंतजार करना पड़ेगा। आइए जानते हैं कि वर्ष 2023 में कितने कब-कब और कितने शुभ मुहूर्त हैं।

गुण मिलान से ज्यादा मुहूर्त का महत्व

हिन्दू विवाह में तारीख तय करते समय मुहूर्त एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल ने बताया की हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि अशुभ मुहूर्त में किए गए विवाह का अक्सर जोड़े पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए शादी-विवाह को शुभ मुहूर्त में ही किया जाना जरूरी है। विवाह में गुण मिलान का जितना महत्व है, उससे कहीं अधिक महत्व मुहूर्त का भी होता है। विवाह से पहले वर वधु की कुंडलियों को देखा जाता है।

इन पांच दिन में बिना शुभ मुहूर्त के भी कर सकते हैं मांगलिक कार्य

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक वर्ष में कुल पांच स्वयं में सिद्ध मुहूर्त होते हैं। इनमें फुलेरा दूज, देवउठनी एकादशी, बसंत पंचमी, विजया दशमी और अक्षय तृतीया। इन पांच दिनों में मुहूर्त न होते हुए भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि किए जा सकते हैं।क्योंकि ये अपने आप में सिद्ध् मुहूर्त हैं। 

साल 2023 में शुभ विवाह के 59 मुहूर्त

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, विवाह आदि शुभ कार्यों के लिए सुख समृद्धि और विवाह कारक ग्रह शुक्र का उदय होना जरूरी है। हिन्दी पंचांग के अनुसार साल 2023 में विवाह के कुल 59 शुभ मुहूर्त हैं। इनमें जनवरी में 09, फरवरी में 13, मई में 14, जून में 11, नवंबर में 05 और दिसंबर में 07 विवाह मुहूर्त हैं। इसमें विवाह करना शुभ एवं कल्याणकारी रहेगा।


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