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ट्रेनों में वेंडर देते हैं घटिया खाना तो करें ये काम, क्यूआर कोड दूर करेगा आपकी परेशानी Moradabad News

मुरादाबाद रेल मंडल के वाणिज्य विभाग ने इसके लिए मंडल मुख्यालय में सर्वर लगाने को प्राइवेट कंपनी को नामित कर दिया है। दो माह में यह सर्वर लग जाएगा।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 03 Aug 2019 12:51 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 05:10 PM (IST)
ट्रेनों में वेंडर देते हैं घटिया खाना तो करें ये काम, क्यूआर कोड दूर करेगा आपकी परेशानी Moradabad News
ट्रेनों में वेंडर देते हैं घटिया खाना तो करें ये काम, क्यूआर कोड दूर करेगा आपकी परेशानी Moradabad News

मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया)। ट्रेनों में सफर के दौरान अक्सर खानपान संबंधी समस्याएं ज्यादा आती हैं। कभी खाने की गुणवत्ता सही नहीं रहती तो कभी उसकी ज्यादा कीमत वसूली जाती है। रोजाना हजारों यात्रियों को इस परेशानी से रूबरू होना पड़ता है। जानकारी के अभाव में ज्यादातर यात्री इसकी शिकायत तक नहीं कर पाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे ने यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए रणनीति तैयार की है। 

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 इस योजना पर होगा काम

 रेलवे अवैध वेंडरों पर रोक लगाने और यात्रियों को स्वच्छ खाना निर्धारित कीमत पर उपलब्ध कराने के लिए आधुनिक सिस्टम का सहारा लेने जा रहा है। प्रत्येक मंडल में सर्वर स्थापित किया जा रहा है। सभी वेंडर को कंप्यूटराइज सिस्टम से तैयार पहचान पत्र दिया जाएगा। 

क्यूआर कोड से इस तरह लें मदद

कोई भी यात्री अपने मोबाइल से वेंडर के पहचान पत्र का क्यूआर कोड स्कैन कर सकता है। अवैध वेंडर होने या अधिक कीमत लेने पर यात्री एसएमएम द्वारा सर्वर को सूचना भेजेगा। बीच रास्ते में टीटीई या रेलवे पुलिस पहुंच कर अवैध वेंडर को पकड़ लेगी।  

 वैध वेंडरों का बनेगा पहचान पत्र

 रेलवे खान-पान की गुणवत्ता में सुधार के लिए वेंडरों पर लगातार शिकंजा कस रहा है। अवैध वेंडरों द्वारा बेचे जाने वाले खाने की गुणवत्ता खराब होती है और यात्रियों से अधिक कीमत वसूली जाती है। इस पर रोक लगाने के लिए रेलवे वेंडरों को कंप्यूटर से तैयार पहचान पत्र जारी करेगा, जिसमें क्यूआर कोड होगा। वेंडर को पहचान पत्र गले में पहनना होगा। अवैध वेंडर के पहचान पत्र में क्यूआर कोड नहीं होगा। इससे उसकी  पहचान आसानी से हो जाएगी। ऐसे में यात्री अवैध वेंडर की सूचना 138 व 182 पर फोन कर दे सकते हैं। सर्वर इंटरनेट से जुड़ा रहेगा। उसमें मंडल भर के स्टेशनों व ट्रेनों में चलने वाले वेंडरों की विस्तृत जानकारी व अन्य सूचनाएं फीड की जाएंगी। इसी सिस्टम के द्वारा वेंडरों को क्यूआर कोड वाला पहचान पत्र जारी किया जाएगा। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा ने बताया की अवैध वेंडरों पर रोक लगाने और खाने की गुणवत्ता में सुधार के लिए वैध वेंडर को क्यूआर कोड वाला पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इसके लिए सर्वर लगने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अवैध वेंडर की जांच के लिए अधिकारी भी नामित किए गए हैं।

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