चुनाव के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे अच्छी हालत वाले वाहन, यात्रियों को खटारा रोडवेज बसों में करना पड़ेगा सफर
रोडवेज के पास पांच सौ अपनी और दो सौ अनुबंधित बसें हैं। चुनाव ड्यूटी में अनुबंधित बसें नहीं भेजी जा सकती हैं। चार साल से नाम मात्र की नई बसें रोडवेज को मिली है। रोडवेज प्रबंधन के पास दो सौ नई व अच्छी हालत वाली बसें उपलब्ध हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। आने वाले समय में यात्रियों को जर्जर व खटारा बसों में सफर करना पड़ेगा, क्योंकि नई व अच्छी हालत वाली बसें चुनाव ड्यूटी में भेजी जाएंगी। इससे दिल्ली जाने वाली बसों की संख्या कम हो जाएगी। विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद फोर्स व पुलिस को चुनाव कराने के लिए विभिन्न जिले में भेजा जाता है। चुनाव की घोषणा होते ही रोडवेज मुख्यालय ने आदेश दिया है कि जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन की मांग पर नई व अच्छी हालत की बसें उपलब्ध कराई जाएं।
मुरादाबाद रेल मंडल में रोडवेज के पास पांच सौ अपनी और दो सौ अनुबंधित बसें हैं। चुनाव ड्यूटी में अनुबंधित बसें नहीं भेजी जा सकती हैं। चार साल से नाम मात्र की नई बसें रोडवेज को मिली है। रोडवेज प्रबंधन के पास दो सौ नई व अच्छी हालत वाली बसें उपलब्ध हैं, तीन सौ बसें पुरानी व जर्जर हालत में हैं। इन बसों को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के प्रतिबंध के कारण पुराने व जर्जर बसों को दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा नहीं भेजा जा सकता है। प्रथम चरण में रोडवेज प्रबंधन 36 बसें फोर्स को उपलब्ध करा चुका है। अगले चरण में 150 से अधिक बसें फोर्स के लिए उपलब्ध कराई जानी है। फोर्स को बसें उपलब्ध कराने के बाद रोडवेज के पास जर्जर व पुरानी बसें बच जाएंगी। जनवरी के अंतिम सप्ताह के बाद दिल्ली जाने वाली बसों की संख्या कम हो जाएगी। मुरादाबाद डिपो के पास 10 नई एसी बसें बच जाएंगी। उन्हें मुरादाबाद से दिल्ली चलाया जाएगा। वर्तमान में मुरादाबाद से दिल्ली प्रतिदिन औसत 40 बसें चलती हैं। पुराने व जर्जर बसों को सम्भल अमरोहा, बिजनौर, हरिद्वार, बरेली, लखनऊ, आदि स्थानों के लिए चलाया जाएगा। रोडवेज प्रबंधन ने पुरानी व जर्जर बसों की मरम्मत करानी शुरू कर दी है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (पीतल नगरी) शिव बालक ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में नई व अच्छी हालत वाली बसों को भेजा जाएगा। इन बसों के चले जाने के बाद दिल्ली के लिए बसों की संख्या काफी कम हो जाएगी, क्योंकि यहां पुरानी बसों को नहीं भेजा जा सकता है।