बेटियों पर रखता था बुरी नजर, इसलिए मार डाला Moradabad news
कई बार समझाने पर भी नहीं माना। उसने फरमान को शराब पिलाई। उसके नशे में होते ही हत्या कर दी। शाहिद के पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू मिला है। मृतक फरमान की चप्पल भी मिल गई है।
मुरादाबाद,जेएनएन। बेटियों पर बुरी नजर रखने से परेशान होकर फरमान के पिता के दोस्त ने ही उसकी चाकू से गोदकर हत्या की और शव हाईïवे किनारे खाली प्लाट में फेंक दिया। यह दावा कर थाना पाकबड़ा पुलिस ने अमरोहा के चौधरपुर गांव निवासी वेल्डर फरमान की हत्या का पर्दाफाश किया है।
सीओ कोतवाली राजेश कुमार ने बताया परिवार वालों से छानबीन करने के दौरान मालूम हुआ कि पाकबड़ा के मुहल्ला गिरजाघर में फरमान के पिता के दोस्त मुंशी शाहिद रहते हैं। वह मूलरूप से सम्भल के थाना असमोली क्षेत्र के मंसूरपुर निवासी हैं। फरमान का मुंशी शाहिद के घर आना-जाना था। परिवार वालों ने उन पर हत्या करने का शक जताया। कॉल डिटेल की मदद से पुलिस को भी उनके खिलाफ कुछ अहम सुराग मिले। इसके बाद पुलिस ने मुंशी शाहिद को थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की उन्होंने सारी सच्चाई बता दी।
थानाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया फरमान घटना के दिन मुंशी शाहिद के घर आया था। मुंशी शाहिद ने पुलिस को बताया कि वह उनकी बेटियों पर बुरी नजर रखता था।
बेटी से दुष्कर्म की कोशिश करने पर खौल गया था खून
एसओ पाकबड़ा नीरज शर्मा के अनुसार शाहिद ने बताया कि दो दिन पहले ही फरमान उसके घर पहुंचा। रात को घर में सोते समय उसने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। शोर मचाने पर वह किसी तरह घर से निकल गया। 8 सितंबर की रात को फिर से वह नशे में उसके घर आ धमका। वह उसे उसे ठिकाने लगाने का मन बनाकर शराब पिलाने के बहाने शराब की दुकान की तरफ ले गया। वहां फरमान को शराब पिलाई। रात दस बजे हम पैदल ही घर की तरफ आ रहे थे। रास्ते में फरमान ने कहा उल्टी आ रही है तो वह उसे तुरंत टीएमयू के पास खाली प्लाट की तरफ ले गया। नशा अधिक होने की वजह से फरमान पीछे को लुढ़क गया। इसके बाद उसने काम तमाम कर दिया।
दोस्त को देखकर नजर नहीं मिला पाया
फरमान के पिता वकील अहमद और शाहिद का 25 साल पुराना दोस्ताना था। शनिवार को फरमान की मौत का पर्दाफाश होने के दौरान शाहिद अपने दोस्त से ही नजर नहीं मिला पाया। शाहिद का आपराधिक इतिहास भी है। उसके खिलाफ पाकबड़ा में आम्र्स एक्ट, जानलेवा हमले के कई मुकदमे दर्ज हैं। थाना असमौली, सम्भल की पुलिस शाहिद के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 110 जी की कार्रवाई भी कर चुकी है। 1992 में लाहोरी गेट दिल्ली से लूट और 2002 में उसे असमौली पुलिस बस लूट में जेल भेज चुकी है।
सीसीटीवी से कातिल तक पहुंची पुलिस
फरमान के शव की पहचान होने से पहले ही पुलिस ने हाईवे किनारे लगे सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए थे। फुटेज में पुलिस को फरमान के साथ एक व्यक्ति दिखाई दिया। पुलिस ने जैसे ही फुटेज फरमान के परिवार वालों को दिखाई उन्होंने बता दिया वह शाहिद है और टेंपो स्टैंड पर मुंशी का काम करता है। शाहिद की पांच बेटियां है। फरमान अक्सर उसके आता-जाता था।
यह था मामला
सोमवार को हाईवे पर पाकबड़ा स्थित एक खाली प्लाट में वेल्डर फरमान (24) पुत्र वकील निवासी ग्राम चौधरपुर, थाना डिडौली (अमरोहा) का शव मिला था। चाकू से गोदकर हत्या करने के बाद ईंट से चेहरा कुचल दिया गया था। उसकी टी-शर्ट को चेहरे पर रखकर जलाया गया था।