Move to Jagran APP

बेटे ने मा को मार दी गोली, रोकर मा ने कुछ ऐसा कहा कि रो उठेगा आपका दिल

बेटे ने ही मा की हत्या का सौदा नौ लाख में तय करने के बाद दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 10:04 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 10:04 AM (IST)
बेटे ने मा को मार दी गोली, रोकर मा ने कुछ ऐसा कहा कि रो उठेगा आपका दिल
बेटे ने मा को मार दी गोली, रोकर मा ने कुछ ऐसा कहा कि रो उठेगा आपका दिल

मुरादाबाद, जेएनएन। बिलारी में 65 साल की रामकली की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया हैं। बेटे ने ही मा की हत्या का सौदा नौ लाख में तय करने के बाद दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया। साजिश से उठ गया परदा पुलिस लाइन में रविवार को ब्रीफिंग में एसपी देहात उदय शकर सिंह ने बताया कि बेटे बद्री कुमार ने अपने दोस्त रनवीर राघव के साथ मिलकर मा की हत्या की थी। भट्ठा व्यवसायी और ग्राम प्रधान समेत पाच लोगों को फंसाने के लिए हत्या की स्कि्त्रप्ट तैयार की गई थी। क्त्राइमसीन को करीब से देखकर हत्याकाड से पर्दा उठ सका। बेटे बद्रीप्रसाद और उनके दोस्त रनवीर को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त तमंचा और कारतूस भी बरामद कर लिए। सभी नामजद आरोपितों को जेल भेजने की प्लानिंग थी, जिसके लिए बद्री ने नौ लाख रुपये में जेल में बंद संतपाल सिंह से सौदा किया था।

loksabha election banner

ऐसे किया था कत्ल 13 फरवरी को बिलारी के विजयपुर निवासी बद्री कुमार और रनवीर अपने साथ मा रामकली को लेकर मुरादाबाद आए थे। पहले तीनों कचहरी पहुंचे, जहा पर रनवीर की जानलेवा हमले के मामले में पेशी थी। वहा से रामकली की पेंशन बनाने के लिए विकास भवन ले गए। काम पूरा करने के बाद तीनों रेलवे स्टेशन पहुंचे। रात नौ बजे जब ट्रेन जरगाव के स्टेशन पर पहुंची तो तीनों उतर गए। वहा से घर के लिए पैदल चल दिए। पीपली गाव के जंगल में पहुंचते ही दो मीटर आगे चल रही रामकली की पीठ पर रनवीर ने गोली मारी। बद्री कुमार ने मा पर गोली चलाने से हाथ खींच लिए थे। जमीन पर गिरने के बाद दूसरी गोली कनपटी से सटाकर मारी गई। उसके बाद रनवीर ने बद्री के कंधे पर रखकर गोली चला दी। दूसरी गोली रनवीर ने अपने पेट की खाल बाहर खींचते हुए खुद को मार ली। उसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। बद्री की ओर से ईंट भट्ठा व्यवसायी विपिन यादव समसपुर, विजयपुर के ग्राम प्रधान हरज्ञान, पिंटू ठाकुर निवासी जरगाव, अमरपाल व राजू निवासी विजयपुर को नामजद किया था। आरोपितों के साथ जमीनी विवाद चल रहा था।

पीठ पर गोली लगते ही चिल्लाई मा, बेटे परवरिश में क्या कमी रही पीठ पर गोली लगते ही मा खून से लथपथ हालत में जमीन पर गिर गईं। जोर से चिल्लाई बेटे मेरी परवरिश में क्या कमी रह गई थी? इसके बाद बद्री ने अपने दोस्त रनवीर से कहा कि कनपटी पर सटा कर गोली मारो। तभी उसने कनपटी पर तमंचा रखा कर ट्रिगर दबा दिया। नौ लाख की रकम के लालच में बद्री इतना अंधा हो गया था कि उसने मा की अंतिम इच्छा भी नहीं पूछी। उसने हत्या की प्लानिंग भी जेल में तैयार की थी। घटनास्थल के पास झाड़ी में तमंचा और कारतूस भी एक दिन पहले ही रख दिया था। जेल में हुई थी रामकली हत्या की प्लानिंग बनियाठेर सम्भल के पूर्व प्रधानाचार्य संतपाल सिंह दुष्कर्म के मामले मे जेल काट रहे हैं, जिसमें अमरपाल का बेटा पिंटू गवाह है। संतपाल की मुलाकात रनवीर और बद्री से जेल में हुई थी। दोनों ही जानलेवा हमले के आरोप में जेल जा चुके हैं। संतपाल ने दोनों को जेल से छूटने पर नौ लाख कीमत देने का भरोसा दिया। उसने बताया कि किसी की हत्या कर उक्त लोगों को नामजद कर दिया जाए, तो दुष्कर्म के मुकदमे में समझौता करा देंगे। सतंपाल की बिलारी में बस स्टैंड पर 60 लाख कीमत की जमीन पड़ी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.