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लाभार्थी सम्भल में, धनराशि पहुंच गई झारखंड

मुरादाबाद : प्रधानमंत्री आवासीय योजना में लापरवाही का मामला सामने आया है। योजना का लाभ पाने

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Mar 2018 09:37 AM (IST)Updated: Fri, 23 Mar 2018 09:37 AM (IST)
लाभार्थी सम्भल में, धनराशि पहुंच गई झारखंड
लाभार्थी सम्भल में, धनराशि पहुंच गई झारखंड

मुरादाबाद : प्रधानमंत्री आवासीय योजना में लापरवाही का मामला सामने आया है। योजना का लाभ पाने के लिए पात्र परेशान हैं लेकिन इसके बावजूद अधिकारी संजीदगी नहीं बरत रहे हैं। मामला सम्भल जिले के चन्दौसी का है। दरअसल योजना के 22 लाभार्थियों की धनराशि झारखंड के दो जिलों के बैंक के विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर दी गई, जबकि पात्र सम्भल में ही रहते हैं।

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22 लाभार्थियों की आठ लाख 80 हजार रुपये हैं। मामले की जानकारी उस समय हुई, जिस समय लाभार्थियों ने ब्लाक के चक्कर काटना शुरु किया। विभागीय अधिकारी इसकी जांच में जुट गए हैं लेकिन तीन माह बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।

दिसंबर में पहली किस्त ट्रांसफर

दिसंबर 2017 में प्रधानमंत्री आवासीय योजना के लाभार्थियों को आवास बनाने के लिए पहली किस्त उनके खातों में ट्रांसफर की जा रही थी। तभी बनियाखेड़ा व बहजोई ब्लाक के 11-11 लाभार्थियों का पहली किस्त का 40-40 हजार रुपये झारखंड राज्य के गढ़वा व पलामू जिले में स्थित एसबीआइ, यूनियन, इलाहाबाद बैंक के विभिन्न खातों में स्थानांतरित हो गई। विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी तब हुई जब लाभार्थियों ने ब्लाक के चक्कर काटना शुरू कर दिया। लाभार्थी आवास बनाने के लिए धनराशि मांग रहे थे, जबकि अधिकारियों का कहना था कि किस्त बैंक खातों में भेज दी गई है।

चक्कर लगाने के बाद खुला मामला

लाभार्थियों के काफी चक्कर लगाने पर अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया तो धनराशि दूसरे खातों में स्थानांतरित होने का मामला सामने आया। इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। खंड विकास अधिकारी वीरेंद्र ¨सह ने मामले की जानकारी जिला स्तरीय अधिकारियों को दी। मामले की जांच की गई तो योजना के पोर्टल पर लाभार्थियों के बैंक खातों की फी¨डग सही मिली। इसके कारण मामला और भी फंस गया। जिन बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित की गई थी। वहां जांच की गई तो कई खातों से 20-20 हजार रुपये की धनराशि निकल भी चुकी है।

तीन माह बाद भी जांच पूरी नहीं

एक तरफ तो इसको विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही माना जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ इस बात पर भी शक किया जा रहा है कि 22 लाभार्थियों की धनराशि झारखंड के दो जिलों में कैसे स्थानांतरित कैसे हो सकती है। हालांकि मामले की अभी जांच चल रही है तीन माह बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है।

बनियाखेड़ा ब्लाक के इन लाभार्थियों की है धनराशि

चन्दौसी के बनियाखेड़ा ब्लाक के आटा गांव निवासी सोनी, मुकेश व किशन, असालतपुर निवासी सुनील व गब्बर, बुद्धनगर खंडुआ गांव निवासी धर्मवती व गुड्डो व बाकरपुर भैतरी गांव निवासी इंद्रपाल, प्रेमवती, रामवती तथा शिवदेवी को प्रधानमंत्री आवासीय योजना की किस्त मिलनी थी। इसमें बहजोई ब्लाक के भी 11 लाभार्थी हैं।

मामले की जानकारी जिलास्तरीय अधिकारियों को दे दी गई थी। मुख्य विकास अधिकारी ने इस मामले में शासन को भी रिपोर्ट भेज दी है। जिन खातों में रुपये स्थानांतरित हुए हैं। उनकी जानकारी की जा रही है। झारखंड पुलिस के माध्यम से खाता धारकों पर कार्रवाई करवाकर धनराशि वापस मंगवाई जाएगी।

वीरेंद्र यादव, खंड विकास अधिकारी, बनियाखेड़ा।

इसमें बैंक या उसके कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है। जिन खातों की विभागीय अधिकारियों ने फी¨डग की होगी, उन खातों में ही धनराशि स्थानांतरित हुई होगी। मामला संज्ञान में आने पर जांच शुरु करा दी गई है। कोई टैक्निकल फाल्ट भी हो सकता है।

सतीश गुप्ता, एलडीएम, सम्भल।


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